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कब है अक्षय तृतीया? जानें सही तारीख, शुभ मुहूर्त, और महत्व

इस बार अक्षय तृतीया 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य और चन्द्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं. इसलिए दोनों की सम्मिलित कृपा का फल अच्छा होता है. अक्षय का अर्थ होता है- जिसका क्षय न हो. अक्षय तृतीया का दिन बेहद शुभ माना जाता है.

वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है. कुछ जगहों पर अक्षय तृतीया को ‘अखा तीज’ भी कहते हैं.अक्षय का अर्थ होता है- जिसका क्षय न हो. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया का दिन बड़ा ही शुभ माना जाता है. इस बार अक्षय तृतीया 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी. माना जाता है इसी दिन भगवान परशुराम, नर-नारायण और हयग्रीव का अवतार हुआ था. इसी दिन से बद्रीनाथ के कपाट खुलते हैं और केवल इसी दिन वृन्दावन में भगवान बांके-बिहारी जी के चरणों का दर्शन होते हैं. इस दिन मूल्यवान वस्तुओं की खरीदारी की जाती है और तमाम चीजों का दान किया जाता है. 

अक्षय तृतीया 22 अप्रैल 2023 दिन शनिवार
अक्षय तृतीया पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 07:49 से दोपहर 12:20 तक है. पूजा की कुल अवधि 4 घंटे 31 मिनट होगी. 

तृतीया तिथि प्रारम्भ- 22 अप्रैल 2023 सुबह 07:49 बजे से 
तृतीया तिथि समाप्त- 23 अप्रैल 2023 सुबह 07:47 तक

सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय 22 अप्रैल 2023 को सुबह 07 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 23 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 48 मिनट तक रहेगा

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का दिन साल के उन साढ़े तीन मुहूर्त में से एक है जो सबसे शुभ माने जाते हैं. इस दिन इस दिन अधिकांश शुभ कार्य किए जा सकते हैं.इस दिन गंगा स्नान करने का भी बड़ा महत्व बताया गया है. जो मनुष्य इस दिन गंगा स्नान करता है, वह निश्चय ही सारे से मुक्त हो जाता है. इस दिन पितृ श्राद्ध करने का भी विधान है. जौ, गेहूं, चने, सत्तू, दही-चावल, दूध से बने पदार्थ आदि सामग्री का दान अपने पितरों के से श्राद्ध व तर्पण करना बहुत शुभ होता है. 

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