Kurma Village: भारत के आंध्र प्रदेश का एक गांव ऐसा भी है जो 21वीं सदी से कोसों दूर है। यहां के लोग आज भी पुरानी सभ्यता और तरीकों के हिसाब से अपनी जिंदगी जी रहे हैं। सोशल मीडिया पर अब इस गांव से जुड़ी खबर काफी ज्यादा वायरल हो रही है।
आज की तारीख में आप सोच भी नहीं सकते हैं कि कोई ऐसा गांव भी हो सकता है जो बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी दूर हो।
आजकल जहां हर कदम पर लोगों को बिजली या इंटरनेट की जरुरत होती है तो वहीं सरकार भी ‘सांसद आदर्श ग्राम’ जैसी योजना चला रही है ताकि गांवों को भी मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस किया जा सके। लेकिन आंध्र प्रदेश का एक गांव है जो बिजली, गैस, इंटरनेट या किसी भी मोटर-मशीन से दूर रहता है।
इसका कारण यह नहीं है कि सरकार ने बुनियादी सुविधाएं इस गांव तक नहीं पहुंचाई है। दरअसल, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम शहर से 60 किमी दूर कुर्मा गांव के लोग खुद इससे दूर रहना चाहते हैं। इस गांव को आधुनिक कनेक्विटी नहीं चाहिए। वो अपनी जिंदगी पारंपरिक तरीके से और आत्मनिर्भर बनकर जीना चाहते हैं। इसलिए यह गांव इन दिनों काफी सुर्खियों में है।
सिर्फ किताबी पढ़ाई नहीं (Vedic Village)
कुर्मा गांव के सभी घरों को भी ‘पेनकुट्टीलू’ कहते हैं। यहां तक कि इस गांव के बच्चे भी स्कूलों में नहीं बल्कि गुरुकुल में पढ़ाया जाता है जहां उन्हें किताबी ज्ञान से अलावा मेडिटेशन, नैतिक शिक्षा, उच्च विचार का पाठ पढ़ाया जाता है।
इस गुरुकुल (story of kurma village) में पढ़ने वाले बच्चे प्राचीन काल की तरह साढ़े तीन बजे रात में उठते हैं और जापम, मेडिटेशन, आरती के बाद 9 बजे से कक्षा में जाकर पढ़ाई करते हैं।
त्याग दी भौतिक सुविधाएं (Andhra Pradesh Kurma Village Srikakulam)
कुर्मा गांव की खास बात यह भी है कि यहां के लोगों ने खुद ही भौतिक सुविधाओं का त्याग किया है। वो वैदिक काल को ही फॉलो करना चाहते हैं और प्रकृति पर भी काफी भरोसा करते हैं।
यहां के घर भी ईंट या सीमेंट से नहीं बल्कि मिट्टी और चूना से बनाए गए हैं। पूरे गांव में सिर्फ एक लैंडलाइन फोन है जिसका इस्तेमाल सारे ग्रामीण करते हैं। यह एक आध्यात्मिक मार्ग है जिस पर यहां के लोगों ने चलने का फैसला किया है।
विदेश से आ रहे लोग (Kurma Village News)
कुर्मा गांव के कई लोग बाहर से जाकर भी अब बसना चाहते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट की मानें तो कुछ विदेशी लोग भी इस गांव में अब जाकर रहने लगे हैं और यहां के निवासी हो गए हैं।
उन्हें इस तरह से रहना काफी पसंद आ रहा है। बहरहाल, आप इस गांव के बारे में क्या कहना चाहेंगे? अपनी राय जरूर कमेंट करें।
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