मार्च महीने के मध्य में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान किया था, तब इस लिस्ट में एक नाम के न होने से हर किसी को अचंभा हुआ था. वह नाम था केसी त्यागी का. लंबे समय से नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले केसी त्यागी को ललन सिंह की अगुआई वाली जदयू की टीम में जगह नहीं मिल पाई थी और इसे लेकर सियासी हंगामा इस कदर हुआ था कि जदयू को स्पष्टीकरण तक देना पड़ गया था. मगर अब जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेशनल ड्रीम को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी एकता की कवायद में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में एक बार फिर से जदयू को अपने पुराने साथी केसी त्यागी की जरूरत पड़ी है और उन्हें अब जदयू का मुख्य प्रवक्ता और विशेष सलाहकार नियुक्त किया गया है
News Jungal Desk : मार्च महीने के मध्य में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान किया था, तब इस लिस्ट में एक नाम के न होने से हर किसी को अचंभा हुआ था. वह नाम था केसी त्यागी का. लंबे समय से नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले केसी त्यागी को ललन सिंह की अगुआई वाली जदयू की टीम में जगह नहीं मिल पाई थी. इसे लेकर सियासी हंगामा इस कदर हुआ था कि जदयू को स्पष्टीकरण तक देना पड़ गया था. मगर अब जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेशनल ड्रीम को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी एकता की कवायद में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में एक बार फिर से जदयू को अपने पुराने साथी केसी त्यागी की जरूरत पड़ी है. उन्हें अब जदयू का मुख्य प्रवक्ता और विशेष सलाहकार नियुक्त किया गया है.
केसी त्यागी करेंगे जदयू की आवाज बुलंद
दरअसल, ऐसे वक्त में केसी त्यागी को यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जब नीतीश कुमार मिशन 2024 को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और विपक्ष के तमाम नेताओं संग मुलाकात कर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि केसी त्यागी की जदयू की टीम में वापसी इसलिए हो पाई है ताकि वह दिल्ली से माहौल बना सकें और मीडिया में दमदार तरीके से जदयू का पक्ष रख सकें. केसी त्यागी जदयू का काफी चर्चित चेहरा रहे हैं. वह अब दिल्ली से न केवल जदयू की बात को देश के कोने-कोने तक पहुंचाएंगे, बल्कि विपक्ष के सभी नेताओं से तालमेल बिठाने का भी काम करेंगे. इतना ही नहीं, केसी त्यागी का लंबा सियासी अनुभव है और वह पार्टी की बातों को दमदार तरीके से रखते भी आए हैं. ऐसे में पार्टी को इससे फायदा भी हो सकता है.
मिशन 2024 के लिए क्यों अहम हैं केसी त्यागी
जदयू यानी जनता दल यूनाइटेड ने सोमवार को अपने अनुभवी नेता केसी त्यागी को अपना मुख्य प्रवक्ता और ‘विशेष सलाहकार’ नियुक्त किया है तो उसकी भी एक बड़ी वजह भी है. केसी त्यागी के पास लंबा संगठनात्मक अनुभव है और जदयू अभी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी के विस्तार और देश स्तर पर अपनी पहुंच बनाने के मकसद से आगे बढ़ रही है. साथ ही नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला किया जा सके. ऐसे में जदयू की आवाज को राष्ट्रीय स्तर पर रखने के लिए केसी त्यागी बेस्ट विकल्प हैं. साथ ही उनकी अपनी पार्टी के साथ-साथ अन्य दलों और नेताओं से भी अच्छे संबंध हैं और उनकी जदयू में भी अच्छी स्वीकार्यता रही है. यही वजह है कि सोमवार को नीतीश कुमार संग मुलाकात के बाद ललन सिंह ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी और इसका ऐलान किया.
मार्च में कट गया था पदाधिकारियों की सूची से पत्ता
दरअसल, कुछ महीने पहले यानी मार्च में घोषित जदयू के नए पदाधिकारियों की सूची से केसी त्यागी का नाम नदारद था. इससे पहले वह जदयू के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता थे. पार्टी ने तब दावा किया था कि उनके बार-बार अनुरोध पर उन्हें संगठनात्मक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. हालांकि, अब नीतीश के नेशनल प्लान को रखते हुए जदयू ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. जदयू ने समाजवादी आंदोलन में केसी त्यागी के अनुभव को स्वीकार किया है और बिहार के मुख्यमंत्री एवं पार्टी के पूर्व प्रमुख नीतीश कुमार के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह के साथ उनके संबंधों का उल्लेख किया. केसी त्यागी जदयू के बनने के साथ से नीतीश कुमार के साथी हैं. आरसीपी सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और अजय आलोक जैसे नेताओं के जदयू से जाने के बाद से पार्टी को मीडिया में जदयू की बात रखने वाले नेता की कमी महसूस हो रही थी. ऐसे में केसी त्यागी इस कमी को पूरा कर सकते हैं और नीतीश के नेशनल ड्रीम में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
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