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नरक चतुर्दशी पर इस दिशा में ‘यम दीपक’ जलाने से बढती है उम्र, जानें क्या है सही विधि और उपाय

News jungal desk :– सनातन परंपरा के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। आमतौर पर नरक चतुर्दशी दिवाली से एक दिन पहले और धनतेरस के ठीक एक दिन बाद मनाई जाती है। इस बार नरक चतुर्दशी 11 नवंबर को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट से होगी। जबकि चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर होगी। आइए जानते हैं कि नरक चतुर्दशी पर यम देव की पूजा कैसे (How to worship Yam Dev on Narak Chaturdashi) करें और इस दिन लंबी उम्र के लिए क्या उपाय किए जाते हैं….(How to worship Yama Dev on Narak Chaturdashi and what measures are taken for long life on this day)

नरक चतुर्दशी मुहूर्त-Narak Chaturdashi Muhurat

नरक चतुर्दशी पर कैसे जलाएं दीपक-How to light a lamp on Narak Chaturdashi

शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार, नरक चतुर्दशी के दिन जो दीपक जलाया जाता है। उसे यम देवता के निमित्त दीपदान कहा जाता है। ऐसे में शास्त्रीय मान्यता के अनुसार, इस दिन घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर यम दीपक जलाना चाहिए। हालांकि इस दिन दीपक जलाने से पहले थोड़ा अनाज जैसे- गेहूं या धान से फर्श या जमीन पर घेरा बनाकर उसके ऊपर सरसों के तेल का एकमुखी दीपक जलाना शुभ होता है। ध्यान रहे कि दीपक की बाती की दिशा दक्षिण होनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन दीपक के पास जल और फूल चढ़ाकर सुखी और स्वस्थ जीवन की कामना करनी चाहिए…(One should pray for a happy and healthy life by offering water and flowers near the lamp.)

नरक चतुर्दशी के उपाय-remedies for hell chaturdashi

ज्योतिषीय मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन मां लक्ष्मी का निवास तेल में भी होता है। कहा जाता है कि इस दिन तेल लगाकर स्नान (अभ्यंग स्नान) (abhyanga bath) करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।

नरक चतुर्दशी को लेकर मान्यता यह भी है कि इस दिन हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल मिलाकर चोला चढ़ाने से तमाम कष्टों से मुक्ति मिलती है। पौराणिक मान्यता है कि हनुमान जी (Hanuman) का जन्म नरक चतुर्दशी के दिन हुआ था (Mythological belief is that Hanuman ji was born on the day of Narak Chaturdashi)

नरक चतुर्दशी के दिन यम दीपक जलाने से साथ ही सूर्यास्त के समय घरों के दरवाजे पर 14 दीपक जलाना चाहिए। (14 lamps should be lit) इस क्रम में यह ध्यान रखना चाहिए कि उन दीपकों की दिशा दक्षिण हो। शुभ मुहूर्त ( auspicious time ) में इन दीयों को जलाने की परंपरा रही है। ऐसा करने से उम्र और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

पौराणिक मान्यता के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) की पूजा भी करनी चाहिए। इस संबंध में मान्यता यह है कि धनतेरस (Dhanteras) के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) ने नरकासुर का वध किया था।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी (Information) ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News jungal इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट (expert) से सलाह अवश्य लें।

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