महंत नर्मदा प्रसाद बताते हैं कि भगवान जगन्नाथ अपने परम भक्त माधव गंभीर रूप से बीमार हो गया था. उस दौरान खुद भगवान जगन्नाथ उसकी सेवा करने गये थे. काफी कष्ट झेलने के बाद भक्त ने भगवान से कहा कि सेवा करने के स्थान पर आप मुझे वैसे ही ठीक कर सकते थे?
News Jungal Desk : – दमोह के पुराना तालाब स्थित जगदीश स्वामी मंदिर में जगन्नाथ स्वामी के बीमार होने के चलते प्रभु के भक्त पन्द्रह दिनाें तक उनके दर्शन नही कर सकेंगे. परंपरा के अनुसार भगवान जगन्नाथ महाराज बीमार होने के बाद 15 दिनों तक आराम करते हैं. आराम के लिए 15 दिन तक मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं और इस दौरान उनकी सेवा की जाती है.
जगदीश स्वामी मंदिर के महंत नर्मदा प्रसाद गर्ग महाराज ने बताया कि पुरी के जगन्नाथ स्वामी मंदिर के साथ देशभर के सभी जगन्नाथ स्वामी मंदिराें मे ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा से आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तक भगवान जगन्नाथ स्वामी बीमार रहते है एवं आषाढ़ शुक्ल द्वितीया रथ दाेज काे भगवान अपने भाई बलभद्र बहिन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार हाेकर भ्रमण के लिए निकलकर अपने भक्ताे काे दर्शन देते हैं इसके पीछे एक कथा है.
क्यों होते हैं भगवान बीमार
महंत नर्मदा प्रसाद बताया कि भगवान जगन्नाथ का एक परम भक्त माधव गंभीर रूप से बीमार हो गया था. उस दौरान खुद भगवान जगन्नाथ उसकी सेवा करने पहुंचे थे.काफी कष्ट झेलने के बाद भक्त ने भगवान से कहा कि सेवा करने के स्थान पर आप मुझे वैसे ही ठीक कर सकते थे? तब भगवान ने कहा कि प्रारब्ध को तो झेलना ही पड़ता है. यदि अभी इसे कटवा लोगे तो भी अगले जन्म में तुम्हें यह भोगना ही पड़ेगा. अभी तुम्हारे कष्ट के 15 दिन और बचे हैं. यह बीमारी मुझे दे दो, मैं भोग लूंगा तो तुम्हारा प्रारब्ध कट जाएगा. और तभी से भगवान जगन्नाथ साल में एक बार 15 दिनों के लिए बीमार पड़ जाते हैं.
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