LS Election : लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान उपेंद्र कुशवाहा की पसंदीदा सीट काराकाट पर सातवें चरण में एक जून को होगा। अभी चौथे और पांचवें चरण की लोकसभा सीटों पर ज्यादातर दलों का ध्यान है। यहां एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है।
काराकाट लोकसभा सीट (LS Election) दिन प्रतिदिन और भी हॉट सीट बनती जा रही है। जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आ रहा है वैसे-वैसे काराकाट की राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन था।आखिरी दिन काराकाट लोकसभा क्षेत्र से भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है।
बिहार लोकसभा सीट (Bihar Loksabha Seat2024)से संबंधित है पवन सिंह :
पवन सिंह की मां बिना शोर-शराबे के कलेक्ट्रेट पहुंचीं। इसके बाद चुपचाप रवाना हो गईं। उनके साथ सिर्फ प्रस्तावक थे। बिना किसी नारेबाजी और फूलमाला के सादगी के साथ नामांकन कर वापस चली गईं।
पवन सिंह ने बीते नौ मई से पहले अपना नामांकन दाखिल किया था | पवन सिंह का नामांकन रद्द होने की आशंका के चलते उनकी मां ने भी नामांकन दाखिल किया | नामांकन की जांच 15 मई को होगी , जबकि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 16 मई है |
पवन सिंह के समर्थकों को उनकी उम्मीदवारी रद्द होने का डर :
इसके बाद इस बात की चर्चा थी कि भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह (pawan Singh news) का नामांकन षड्यंत्र के तहत रद्द कर दिया जा सकता है। पवन सिंह के टीम की ओर से बताया गया कि नॉमिनेशन एक संवैधानिक प्रक्रिया है और कोई भी प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के अलावा अपने किसी करीबी रिश्तेदार के नाम पर भी नामांकन करता है।
नामांकन में त्रुटि होने या अन्य कोई कारण यदि उसका नॉमिनेशन रद्द हो जाए तो उसके करीबी के नॉमिनेशन के आधार पर वह चुनाव लड़ सकता है। एहतियात के तौर पर अन्य लोगों की तरह पवन सिंह ने भी अपनी मां प्रतिमा देवी का नामांकन कैरीकैट लोकसभा क्षेत्र से कराया | ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है , ये सिर्फ एक संवैधानिक प्रक्रिया है |
पवन सिंह जनता को भरमाने की कोशिश कर रहे
उपेंद्र कुशवाहा की पसंदीदा काराकाट सीट पर मतदान लोकसभा चुनाव (Bihar Lok Sabha Elections) के सातवें चरण में एक जून को होगा। अभी चौथे और पांचवें चरण की लोकसभा सीटों पर ज्यादातर दलों का ध्यान है। यहां एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर पवन सिंह निर्दलीय ही मैदान में उतर चुके हैं।
महागठबंधन की ओर से कॉम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने राजा राम सिंह को उतारा है और वह इस बात से खुश भी हैं कि एनडीए के वोटर इस नाम पर बंट रहे हैं। भाजपा नेता (Leaders | Bharatiya Janata Party) खुले तौर पर उपेंद्र कुशवाहा का साथ दे रहे हैं। इधर, उपेंद्र कुशवाहा भी कह रहे हैं कि पवन सिंह सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए अपनी ताकत दिखाकर जनता को भरमाने की कोशिश कर रहे हैं।
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