सेना ने कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की एक कोशिश को नाकाम कर दिया. इस ऑपरेशन में 2 घुसपैठियों को मार गिराया गया.
News jungal desk:– सेना (Army) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ (Infiltration) की एक कोशिश सोमवार रात को नाकाम कर दी । और एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी कि पुंछ सेक्टर में 17 जुलाई की रात के दौरान भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया गया है । इस ऑपरेशन में 2 घुसपैठियों को मार गिराया गया है । पुंछ सेक्टर में तलाशी अभियान जारी है । और रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस ऑपरेशन में बारे में पूरी जानकारी का इंतजार किया जा रहा है ।
वहीं जम्मू-कश्मीर सरकार ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के साथ काम करने, उनके लिए धन जुटाने तथा उनकी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने के आरोप में कश्मीर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी, एक पुलिस कांस्टेबल तथा राजस्व सेवा के एक अधिकारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है । अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दिया है । इन कर्मचारियों की पहचान कश्मीर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी फहीम असलम, राजस्व सेवा के अधिकारी मुरावत हुसैन मीर तथा जम्मू कश्मीर पुलिस कांस्टेबल अरशिद अहमद ठोकेर के तौर पर की गई है ।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों को नौकरी से इसलिए बर्खास्त किया गया है क्योंकि इनके खिलाफ कई आरोप हैं जिनमें पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के साथ काम करना, आतंकवादियों के आने जाने में उनकी मदद करना, है । उनके लिए धन जुटाना, उनकी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना तथा ‘अलगाववादी एजेंडे को आगे बढ़ाना’ आदि शामिल है । और सरकार ने संविधान की धारा 311 (2) (सी) के तहत इन तीन सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया है । और जांच में पाया गया कि ‘वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तथा आतंकवादी संगठनों की तरफ से काम कर रहे थे’ और इसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया है ।
उन्होंने कहा कि असलम ‘एक कट्टर अलगाववादी है जो न केवल अलगाववादी विचारधारा का समर्थन करता है बल्कि कश्मीर घाटी में आतंकवादी संगठनों के साथ काम करने, उनके लिए धन जुटाने तथा उनकी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने के आरोप में कश्मीर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी, एक पुलिस कांस्टेबल तथा राजस्व सेवा के एक अधिकारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है । और अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दिया इन कर्मचारियों की पहचान कश्मीर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी फहीम असलम, राजस्व सेवा के अधिकारी मुरावत हुसैन मीर तथा जम्मू कश्मीर पुलिस कांस्टेबल अरशिद अहमद ठोकेर के तौर पर की गई है ।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों को नौकरी से इसलिए बर्खास्त किया गया है क्योंकि इनके खिलाफ कई आरोप हैं जिनमें पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के साथ काम करना, आतंकवादियों के आने जाने में उनकी मदद करना, उनके लिए धन जुटाना, उनकी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना तथा ‘अलगाववादी एजेंडे को आगे बढ़ाना’ आदि शामिल है । और सरकार ने संविधान की धारा 311 (2) (सी) के तहत इन तीन सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया है । जांच में पाया गया कि ‘वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तथा आतंकवादी संगठनों की तरफ से काम कर रहे थे’ और इसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया है ।
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