मथुरा में दिवाली के समय अस्थायी पटाखा मार्केट में हुए अग्निकांड़ में झुलसे लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई है. बीते मंगलवार को भी एक किशोर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मरने वालों का आंकड़ा 12 पर पुहंच चुका है. अब भी आग में झुलसे दो लोगों का इलाज जारी है ।
News jungal desk :- मथुरा से दुख भरी खबर है । और यहां दिवाली के समय लगे अस्थायी पटाखा बाजार में लगी आग में दो और लोगों की मौत हो गई है । और इस आगजनी की घटना में अब जान गंवाने वालों का आंकड़ा 12 पर पहुंच गया है. पुलिस ने बताया कि आग में झुलसे युवक की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई है ।
मथुरा के राया कस्बे में दिवाली के दौरान अस्थायी पटाखा बाजार लगाया गया था । इसमें आग लग गई थी, जिसमें कई लोग आग में झुलस गए थे. इसमें अब मरने वालों की संख्या 12 हो गई है. राया के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अजय किशोर ने बताया कि पटाखा बाजार अग्निकांड के पीड़ित एक और युवक की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई. राया थाना इलाके के पीता नगला गांव निवासी दीपचंद (28) को पहले आगरा के सरोजिनी नायडू (एसएन) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी हालत में सुधार होता देख उसके परिजन उसे घर ले आए थे. बृहस्पतिवार की शाम उसने घर पर ही दम तोड़ दिया.
दो लोगों का इलाज जारी
पुलिस ने बताया कि इससे पहले मंगलवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती नौहझील निवासी रिंकू (17) की भी मौत हो गई थी. हालांकि पहले अग्निकांड में झुलसे 10 अन्य लोगों की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. दो लोग अब भी एम्स, दिल्ली में उपचाराधीन हैं. मथुरा के राया थाना क्षेत्र के गोपाल बाग में 12 नवंबर को पटाखा बाजार की कुछ दुकानों में आग लगने से दर्जनभर से ज्यादा लोग झुलस गये थे.
अब तक 12 लोगों की मौत
महावन के क्षेत्राधिकारी आलोक सिंह ने बताया था कि घटना दोपहर में राया के गोपाल बाग स्थित अस्थायी पटाखा बाजार में हुई. घटना के वक्त पटाखा बाजार में काफी भीड़ थी और लोग पटाखे खरीदने में व्यस्त थे. उन्होंने बताया कि हादसे में पटाखा बाजार में लगीं 22 में से सात दुकानें पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गई थीं. वहां मौजूद कई दुकानदार आतिशबाजी व निजी सामान बचाने के प्रयास में बुरी तरह से झुलस गए, जिन्हें पहले जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, फिर आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया था. अगले दिन इनमें से कुछ मरीजों को दिल्ली के एम्स, सफदरजंग मेडिकल कॉलेज एवं अपोलो आदि अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अब तक 12 घायलों की मौत हो चुकी है.
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