मानसून के आगाज से ही नगर निगम की पोल खुल गई. मेरठ में कुछ ही घंटों की बारिश में शहर भर में जलभराव की स्थिति देखने को मिली. हालात यह हुए दुपहिया वाहन चालकों को गाड़ी चलाना तक मुश्किल हो गया. वही कॉलोनियों में लोगों के घर तक पानी पहुंच गया.
News Jungal Desk :– पश्चिम उत्तर प्रदेश की मेरठ की बात की जाए तो नगर निगम हमेशा दावा किया जाता है कि बरसात के मौसम में मेरठ में जलभराव की स्थिति नहीं होगी । और उसके बावजूद हल्की बारिश में ही पूरा मेरठ जलमग्न हो जाता है । जिसका नजारा गुरुवार को देखने को मिला है सुबह जैसे ही तेज बारिश शुरू हुई उसके आधे घंटे में ही शहर भर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है । धीरे-धीरे गलियां तालाब बनती चली गई है । जिससे आम जनमानस को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है ।
मेरठ में भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय यूनिवर्सिटी रोड पर तालाब बन गया है । इसी तरह के हालात अन्य कार्यालय में भी देखने को मिले है । वहीं दूसरी ओर अगर कॉलोनियों की बात करें तो मुरारी पुरम, चाणक्यपुरी, जयदेवी नगर, नेहरू नगर, फूल बाग कॉलोनी, जाकिर कालोनी, घंटाघर, हापुड़ रोड, सहित अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार जलभराव की स्थिति देखने को मिली. कई जगह तो अधिक पानी भर जाने के कारण दोपहिया वाहन चालकों बाइक स्कूटी तक बंद हो गई है ।
नालियों की सफाई मुख्य कारण
भले ही 1 माह पूर्व नगर निगम द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में नाले की सफाई के लिए विभिन्न प्रयास किए हो. लेकिन जिस तरीके से नालियों में कूड़ा भरा रहता है. उसकी समय-समय पर सफाई नहीं हो पाती. इतना ही नहीं कालोनियों में बनी डेरिया भी आम लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. क्योंकि अधिकतर लोग गोबर को नालियों में ही बहा देते हैं जिससे पानी की निकासी नहीं हो पाती ।
यह भी पढ़े :–गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस से भविष्य में दो तीर्थस्थान के कर सकेंगे दर्शन