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लोन और EMI में मिली मामूली राहत, रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए मई से फरवरी तक रेपो रेट में कई बार वृद्धि की है। महंगाई की दर अब भी केंद्रीय बैंक के 6 फीसदी के टॉलरेंस बैंड से ऊपर बनी हुई है।

News Jungal Desk:  भारतीय रिजर्व बैंक ने आज नई मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी है। RBI MPC ने इस बार दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस पॉलिसी का ऐलान किया।

आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली समिति के सामने इस बार दो मुद्दे बहुत अहम थे, एक लगातार 6 फीसद के ऊपर बनी हुई महंगाई और दूसरा, विपरीत वैश्विक परिस्थियों से निपटने की जद्दोजहद। इन दोनों से एक साथ निपटना बहुत मुश्किल काम है।

उच्च खुदरा मुद्रास्फीति और विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों, विशेष रूप से यूएस फेडरल रिजर्व, यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा हाल ही में की गई बढ़ोतरी के मद्देनजर यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक आज समाप्त होने के बाद रेपो दरों को 6.50 फीसदी के स्तर पर बरकरार रखने की घोषणा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने की।

रेपो रेट में बदलाव नहीं

आज की जाने वाले घोषणा में रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट और अन्य संबंधित निर्णय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, आरबीआई गवर्नर ने वर्तमान घरेलू और वैश्विक आर्थिक स्थिति पर भी बात की। बता दें कि बहुत से अर्थशास्त्रियों का मानना था कि रेपो रेट में एक चौथाई अंक या 25 बेसिस पॉइंट्स की बढ़त हो सकती है। हाल के दिनों में जारी किए जाने वाले आर्थिक आंकड़ों की इसमें अहम भूमिका रही है।

क्या असर होगा इस फैसले से

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार, 6 अप्रैल 2023 को नई मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की आज घोषणा की। इस बार दरों में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। फरवरी में आरबीआई ने 25 बेसिस अंकों की वृद्धि की थी। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दरों में 35 आधार अंकों (bps) की बढ़ोत्तरी की थी। आपको बता दें कि पिछले साल मई से, रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू करने के लिए अल्पकालिक उधार दर में लगातार वृद्धि की है।

विकास अनुमान में भी किया बदलाव

अगले वित्त वर्ष के लिए, आरबीआई ने फरवरी में अनुमानित 6.4 प्रतिशत की तुलना में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है। वित्त मंत्रालय के नवीनतम आर्थिक सर्वेक्षण में, 2023-24 के लिए विकास दर 6-6.8 प्रतिशत अनुमानित की गई है।

पिछले महीने, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति को कम करने के लिए ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की घोषणा की। बढ़ोतरी के साथ, फेड ने मार्च 2022 में लगभग शून्य के स्तर पर रही संघीय दर को बढ़ाकर 4.75-5 प्रतिशत तक कर दिया है।

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