मानसून सीजन में 458 लोगों की जान चली गई है, जबकि 352 घायल और 39 व्यक्ति लापता चल रहे हैं. इनमें सड़क हादसे भी शामिल हैं. फिलहाल, सितंबर के अंत कर प्रदेश से मॉनसून विदा होने का अनुमान है ।
News jungal desk : हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की विदाई का करीब है । विदाई से पहले मॉनसून (Monsoon) भी कम ही बरस रहा है । और प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हुई है । जबकि दूसरे इलाकों में मौसम (Weather) साफ रहा है। शुक्रवार को प्रदेशभर में धूप खिली हुई है । शिमला (Shimla) में हल्के बादल छाए हुए हैं । और हालांकि, न्यूनतम पारा कुछ हद तक गिरा है । मौसम विभाग ने अगले पांच दिन के लिए कुछ इलाकों बारिश का अनुमान लगाया है । इस दौरान मौसम साफ रहने की संभावना है । किसी भी तरह का कोई अलर्ट नहीं रहेगा ।
मौसम विज्ञान के शिमला केंद्र के अनुसार, बीते 12 घंटे में कांगड़ा के धर्मशाला में 35 एमएम बारिश, मंडी के गोहर में 26 एमएम और जोगिंद्रनगर में 9 एमएम पानी बरसा है ।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी जिला के 6 मील के पास गुरुवार देर शाम को एक बार फिर पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण दो लोग घायल हो गए है । और मंडी की बल्हघाटी के भ्यारटा गांव निवासी चिंत राम और उनकी पत्नी माया देवी नगवाईं से घर लौट रहे थे । जैसे यह 6 मील के पास पहुंचे तो पहाड़ी से कुछ पत्थर इनपर आ गिरे और दंपति घायल हो गया. माया देवी को टांगों, बाजू और मुहं पर जबकि चिंत राम को टांग पर चोट लगी है. वहीं, बीती रात को 11 बजे से सुबह पांच बजे चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे को दुरुस्त करने के लिए बंद रखा गया था ।
उधऱ, गुरुवार को चंबा जिले में सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है । और चम्बा के राख-धनाडा लिंक मार्ग पर पिकअप हादसे का शिकार हो गई. यहां पर रेनपानी नामक स्थान पर हादसा हुआ और गांव थल्ली के रहने वाले दो लोगों की मौत हो गई. फिलहाल, हादसे के कारणों की जांच में पुलिस जुटी हुई है. इसी तरह. चंबा के हरसल मार्ग पर जलधार मन्दिर के पास खाई में गिरने से 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई. यह युवक मणिमहेश यात्रा पर गया था. इलाज के लिए भरमौर हॉस्पिटल लाते समय रास्ते में इसने दम तोड़ दिया.
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मॉनसून की एंट्री हुई थी. तब से लेकर अब तक प्रदेश में बारिश से 8,666 करोड़ रुपये की संपत्ति तबाह हो चुकी है. मानसून सीजन में 458 लोगों की जान चली गई है, जबकि 352 घायल और 39 व्यक्ति लापता चल रहे हैं. इनमें सड़क हादसे भी शामिल हैं. फिलहाल, सितंबर के अंत कर प्रदेश से मॉनसून विदा होने का अनुमान है.
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