Mpox Cases India : स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल संदिग्ध रोगी की हालत ठीक है। एमपॉक्स वायरस की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है।
दुनिया के कई देश इन दिनों मंकीपॉक्स का संक्रमण झेल रहे हैं। अफ्रीकी देशों से शुरू हुआ ये वायरल संक्रमण यूएस-यूके सहित कई एशियाई देशों (monkeypox cases worldwide 2024) में भी बढ़ता जा रहा है। इसी बीच, भारत में भी Mpox का एक संदिग्ध मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है।
हालांकि संदिग्ध रोगी (monkeypox cases in india 2024) के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी है। मंत्रालय ने बताया कि संदिग्ध ने हाल ही में मंकीपॉक्स का संक्रमण झेल रहे एक देश की यात्रा की थी। फिलहाल उसे मंकीपॉक्स के लिए तय किए गए एक अस्पताल में आइसोलेट किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल संदिग्ध रोगी (Monkeypox first case in India) की हालत स्थिर है। एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसके लक्षण एनसीडीसी द्वारा पहले से बताए गए लक्षणों के अनुरूप ही हैं।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि इसे लेकर पर्याप्त सावधानी बरती जा रही है। और सभी प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा जा रहा है। देश ऐसे अलग यात्रा-संबंधी मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गौरतलब है कि इस वायरस से मध्य और पश्चिमी अफ्रीका के देश सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। कांगो में अभी तक 18 हजार से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जबकि कम से कम 610 लोगों (mpox cases death) की इस वायरस अपनी जान गवां चुके है।
मंकीपॉक्स संक्रमण को गंभीर और जानलेवा माना जा रहा है इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ‘ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित‘ कर दिया था। मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत में भी बीते दिनों इसे लेकर अलर्ट (monkeypox alert in india) जारी किया गया है, फिलहाल यहां अभी तक संक्रमण के मामले सामने नहीं आए थे।
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नए स्ट्रेन के कारण बढ़ रहा है संक्रमण (Monkeypox in India)
हालिया अध्ययन में वैज्ञानिकों ने एमपॉक्स के बढ़ते मामलों के लिए इसके नए स्ट्रेन ‘क्लेड आईबी’ को जिम्मेदार माना है। विशेषज्ञों ने कहा इस बात की गंभीर चिंता है कि वायरस म्यूटेट हो रहा है और नए स्ट्रेन भी पैदा कर रहा है। MPox उन देशों में भी रिपोर्ट किया जा रहा है जहां अब तक एमपॉक्स का खतरा भी नहीं था।
जिसके बाद भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों को संक्रमण (Mpox Cases India) को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी थी। मंत्रालय ने एमपॉक्स कैसे फैलता है और संक्रमण की स्थिति में क्या करें, इस बारे में विस्तार से जानकारी साझा की थी।
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कैसे फैलता है ये संक्रमण ? (Monkeypox Symptoms)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक पोस्ट में इसके बारे में बताया था, एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित वस्तुएं, निकट संपर्क, और शरीर के तरल पदार्थों से फैल सकता है। संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई वस्तुएं जैसे कपड़े, चादर, तौलिए आदि के इस्तेमाल से बचें।
संक्रमित व्यक्ति (monkeypox symptoms in India) के शरीर के तरल पदार्थ या घाव के संपर्क में आने से भी Mpox संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है।
कितने दिनों तक रहता है असर?
मंत्रालय ने कहा था, कुछ स्थितियों में संक्रमण का असर दो-चार सप्ताह तक रह सकता है। हालांकि अगर मरीजों (Mpox Cases India) को समय पर इसका उपचार मिल जाए तो उनके ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।इसके अलावा यदि किसी में लक्षण दिखाई दें या संक्रमित रोगियों के संपर्क में आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मंकीपॉक्स का क्या उपचार है? (Monkeypox Treatment)
मंकीपॉक्स के उपचार के लिए अब तक कोई विशिष्ट दवा तो नहीं है हालांकि MPox के उपचार के लिए कुछ टीकों पर अध्ययन जरूर चल रहा है। एंटीवायरल दवा टेकोविरिमैट (TPOXX) जो मूल रूप से चेचक के लिए है, इसका एमपॉक्स के उपचार के लिए अध्ययन किया जा रहा है।
यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में गंभीर एमपॉक्स मामलों के लिए जेएनएनईओएस (जिसे इम्वाम्यून या इम्वेनेक्स के रूप में भी जाना जाता है) नामक चेचक (M Pox treatment in India) के टीके को भी मंजूरी दी है।
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