Mucositis : क्या है म्यूकोसाइटिस जिससे ग्रसित हुई मशहूर एक्टर हिना खान?

Mucositis Disease: बिग बॉस और कई वेब सीरीज में अपने किरदार के लिए मशहूर अभिनेत्री हिना खान पिछले कुछ महीनों से ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं। जून के अंत में उन्होंने इस मुद्दे को सोशल नेटवर्क पर साझा किया। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। हालांकि हिना की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं। गुरुवार शाम यानी 5 सितंबर को हिना ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर बताया कि वह इस समय म्यूकोसाइटिस नामक बीमारी से जूझ रही हैं।

अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, कैंसर के लिए कीमोथेरेपी ले रही हूं, इसके साइड इफेक्ट में म्यूकोसाइटिस हो गया है। इसके इलाज के लिए मैं डॉक्टर की सलाह का पालन कर रही हूं। अगर आप में से कोई इससे गुजरा है या कोई उपयोगी उपाय जानता है तो कृपया सुझाव दें। जब आप कुछ खा नहीं पाते हैं तो यह वाकई मुश्किल होता है। आपकी सलाह से मुझे बहुत मदद मिलेगी।

आइए जानते हैं कि आखिर म्यूकोसाइटिस क्या बीमारी है और इसमें किन उपायों से मदद मिल सकती है।

क्या है म्यूकोसाइटिस की समस्या?

Mucositis Disease

म्यूकोसाइटिस (Mucositis), आपके मुंह और पूरे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल मार्ग को लाइन करने वाली श्लेष्म झिल्ली में सूजन और जाने की समस्या है। आम तौर पर कैंसर का इलाज करने वाले लोगों में म्यूसिक रेड या कीमोथेरेपी जैसी दवाएं अधिक देखी जाती हैं। डॉक्टर के अनुसार कीमोथेरेपी लेने वाले 35-40% लोगों में म्यूकोसाइटिस विकसित हो सकता है। इस स्थिति में कुछ भी खाना-पीना मुश्किल हो जाता है।

म्यूकोसाइटिस आमतौर पर स्वत: या फिर कुछ सहायक उपचार से ठीक हो जाता है।

ऐसे लोगों को भी हो सकता है खतरा

Mucositis : क्या है म्यूकोसाइटिस जिससे ग्रसित हुई मशहूर एक्टर हिना खान?

कैंसर उपचार के अलावा, कई अन्य कारक म्यूकोसाइटिस (Mucositis ) के जोखिम को बढ़ा सकते हैं: गुर्दे या मधुमेह जैसी दीर्घकालिक बीमारियाँ, मौखिक स्वच्छता संबंधी समस्याएं, तथा तंबाकू या शराब का सेवन। यद्यपि म्यूकोसाइटिस को बहुत खतरनाक नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इससे जीवाणु, वायरल या फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

क्या हैं म्यूकोसाइटिस के लक्षण?

म्यूकोसाइटिस के कारण कई प्रकार के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं, जो सबसे अधिक मुंह में होते हैं।

 हिना खान
  • बार-बार मुंह सूखना, मसूड़ों में सूजन और लालिमा होना।
  • जीभ पर सफेद धब्बे और मुंह में छाले।
  • खाने के दौरान दर्द या जलन होना।
  • निगलने या बात करने में परेशानी।
  • दस्त-कब्ज और मलाशय के आसपास अल्सर
  • पेट में ऐंठन और सूजन की दिक्कत। 

म्यूकोसाइटिस हो जाए तो क्या करें?

म्यूकोसाइटिस के कारण होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए उपचार जरूरी हो जाता है। इसके लिए कुछ दर्द निवाकर-एलर्जी की दवाएं दी जाती हैं। मुंह के सूखेपन को रोकने के लिए स्प्रे से भी लाभ मिलता है। कुछ लोगों को डॉक्टर एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग करने की भी सलाह देते हैं।

 म्यूकोसाइटिस क्या है

कैंसर रोगियों के साथ अन्य लोगों को भी म्यूकोसाइटिस की रोकथाम के लिए मौखिक स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इससे म्यूकोसाइटिस और अन्य संक्रमण से बचा जा सकता है।

  • नियमित रूप से दांतों को ब्रश करना।
  • फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करना।
  • अक्सर दांतों की जांच करवाना।
  • नियमित रूप से माउथवॉश का प्रयोग करें या नमक के पानी से गरारे करें।

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