Mukesh Ambani Birthday मुकेश अंबानी की रिलायंस में एंट्री 1981 में हुई थी। पिता धीरूभाई अंबानी के जाने के बाद उन्होंने 2002 में कंपनी की कमान संभाली थी।
News Jungal Desk :- एशिया और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का आज जन्मदिन है। वे 66 साल के हो गए हैं। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) शुरू से ही कारोबार को लेकर अपने पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani ) की तरह दूरदर्शी सोच रखते थे। 1985 में रिलायंस टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज का नाम बदलकर रिलायंस इंडस्ट्रीज रख दिया और इसके बाद तेजी से कंपनी ने अन्य सेक्टर में कारोबार का विस्तार करना शुरू कर दिया।
पिता और छोटे भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani) के साथ उन्होंने कंपनी को पेट्रोलियम रिफाइनरी, टेलीकॉम और अन्य सेक्टरों में विस्तार किया। हालांकि 6 जुलाई 2002 को पिता धीरूभाई अंबानी के अचानक निधन के बाद दोनों भाइयों में कारोबार चलाने को लेकर मतभेद होने लगे और जिसके बाद कारोबार का बंटवारा हो गया। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज आ गई, जबकि अनिल अंबानी (Anil Ambani) के पास रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशन जैसी कंपनियां आईं।
फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर लिस्ट के मुताबिक वे 84.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के चौथे सबसे अमीर इंसान हैं।
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का जन्म खाड़ी देश यमन में 19 अप्रैल 1957 को हुआ था। इसके बाद वे अपने परिवार के मुंबई (उस समय बॉम्बे) आ गए। जहां उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन किया। इसके वे आगे की पढ़ाई करने स्टैनफोर्ट यूनिवर्सिटी चले गए, लेकिन कारोबार में दिलचस्पी होने के कारण 1981 में पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani )के साथ रिलायंस से जुड़ गए और यहां से उनके कारोबारी सफर की शुरुआत हुई।
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के कारोबार संभालने के समय रिलायंस का बाजार पूंजीकरण 75000 करोड़ रुपये था। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की मेहनत के कारण आज इसका बाजार पूंजीकरण 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया। साथ ही मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) रिलायंस को एक निजी पेट्रोलियम कंपनी से आगे बढ़ाकर टेलीकॉम और रिटेल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी चुके हैं। इसके अलावा कंपनी अपने ब्रांड जियो के तहत डिजिटल विस्तार भी कर रही है।
Read also :– बेकाबू रफ्तार से बढ़ रहा कोरोना, बीते 24 घंटे में मिले 10 हजार से ज्यादा केस, एक्टिव मरीजों की संख्या 63 हजार के पार