अतीक-अशरफ हत्याकांड से जुड़े कई नए तथ्य बयानों से मिलने की बात कही जा रही है लेकिन हत्या की साजिश के पीछे असली चेहरा किसका है इसका पता लगाना आसान नहीं है। ऐसे में सच्चाई जानने के लिए प्रतापगढ़ जेल में बंद शूटर्स से भी दोबारा पूछताछ की जा सकती है।
News Jungal Desk: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड की जांच को गठित न्यायिक आयोग सर्किट हाउस में कैंप कर रहा है। न्यायिक आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित अन्य सदस्य हत्याकांड से जुड़े हर पहलू पर गहराई से छानबीन और विचार कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है मीडियाकर्मियों, काल्विन अस्पताल के कर्मचारियों के बयानों को दर्ज करने के बाद न्यायिक आयोग हत्यारोपितों से भी पूछताछ कर सकता है। बताया गया है कि अतीक, अशरफ हत्याकांड से जुड़े कई नए तथ्य बयानों से मिलने की बात कही जा रही है लेकिन कत्ल की साजिश के पीछे असली चेहरा किसका है, इसका पता लगाना अभी आसान नहीं है।
ऐसे में सच्चाई जानने के लिए प्रतापगढ़ जेल में बंद शूटर लवलेश , सनी और अरुण मौर्य से दुबारा सवाल जवाब किया जा सकता है। न्यायिक आयोग आज कुछ लोगों के बयानों को दर्ज करेगा।
15 अप्रैल की रात काल्विन अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा के दौरान अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शूटर लवलेश, सनी और अरुण मौर्य ने इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस अभिरक्षा में हुई हत्या को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे, जिसको लेकर शासन स्तर पर न्यायिक आयोग का गठन किया गया। आयोग के अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति दिलीप बाबा साहेब भोसले को बनाया गया है।
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