राज्य कर्मियों एवं पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2023 से 38 की बजाय 42% महंगाई भत्ता दिया जाएगा. कैबिनेट के इस फैसले का लाभ बिहार के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को एक साथ दिया जाएगा. अप्रैल 2023 के वेतन से बढ़े हुए महंगाई भत्ते का नगद भुगतान होगा. राज्य सरकार के इस फैसले से सालाना करीब 1000 करोड़ रुपए का वित्तीय भार भी बढ़ेगा. सरकार का यह फैसला कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है. इससे पहले बिहार सरकार ने साल 2022 में 13 अक्टूबर को राज्य सरकार के कर्मियों और पेंशनरों का महंगाई भत्ता 34 से बढ़ाकर 38 प्रतिशत किया था.
News Jungal Desk: बिहार के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. सरकार ने सबका महंगाई भत्ता बढ़ाया है. भत्ते में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. यह बढ़कर 42 फीसदी हो गया है. इसका लाभ सरकार के 4 लाख से अधिक कर्मचारियों और 2 लाख से अधिक पेंशन भोगियों को दिया जाएगा. एक साल में दूसरी बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गई है. इससे सरकार के खजाने पर एक हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा.
बिहार सरकार के 4 लाख से अधिक कर्मचारियों और 2 लाख से अधिक पेंशन भोगियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. सरकार ने उनका महंगाई भत्ता 4% तक बढ़ा दिया है और अब इन्हें महंगाई भत्ता 38 फीसदी की जगह 42 फीसदी मिलेगा. इसका लाभ इसी साल 1 जनवरी 2023 से दिया जाएगा.
कैबिनेट की सहमति
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को बिहार कैबिनेट की बैठक में यह अहम फैसला लिया गया है.नीतीश सरकार ने राज्य के कर्मियों और पेंशनर्स की महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी पर अपनी मुहर लगा दी है. महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2023 से 38% से बढ़कर 42% तक कर दिया गया है. बढ़े हुए महंगाई भत्ते के प्रस्ताव को सरकार ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है.
राज्य कर्मियों एवं पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2023 से 38 की बजाय 42% महंगाई भत्ता दिया जाएगा. कैबिनेट के इस फैसले का लाभ बिहार के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को एक साथ मिलेगा. अप्रैल 2023 के वेतन से बढ़े हुए महंगाई भत्ते का नगद भुगतान होगा. राज्य सरकार के इस फैसले से सालाना करीब 1000 करोड़ रुपए का वित्तीय भार पड़ेगा.
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