RBI Monetary Policy June 2023: मौद्रिक नीति समिति की 3 दिवसीय बैठक आज खत्म हो गई है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए कई फैसलों की घोषणा की. लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया है.
News Jungal Buisness Desk: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दूसरी बार नीतिगत दरों यानी रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया है. विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार, रेपो रेट में इस बार भी न बढ़ोतरी और न कटौती की गई है. नीतिगत ब्याज 6.50 फीसदी पर बनी रहेगी. गुरुवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 3 दिवसीय बैठक समाप्त हो गई है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shatikant Das) ने बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी साझा की.
गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि एमपीसी के सभी सदस्यों ने रेपो रेट न बदलने के पक्ष में अपना मत दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अप्रैल-जून में महंगाई दर 4 फीसदी के ऊपर ही बनी रहेगी. हालांकि, पुराने अनुमान को बदलते हुए इसे 5.1 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया है. इसी तरह जुलाई-सितंबर 2023 के लिए महंगाई दर का लक्ष्य 6.5 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया है. अक्टूबर-दिसंबर के लिए 6.0 फीसदी और जनवरी-मार्च 2024 के लिए यह महंगाई का अनुमान 5.9 से घटाकर 5.7 फीसदी कर दिया है.
समीक्षा के बाद EMI पर असर
घर-गाड़ी का लोन लेने वालों लोगों के लिए यह एक राहत की खबर है. अधिकांश बैंकों की ब्याज दर रेपो रेट से ही लिंक होती है. अगर रेपो रेट में इजाफा होता है तो उसी के अनुरूप ब्याज दर भी बढ़ाई जाती है. अब यह दूसरी बार है जब रेपो रेट नहीं बढ़ी है. इसका मतलब है कि बैंक ब्याज दर में कोई भी वृद्धि नहीं करेंगे. हालांकि, मौजूदा ब्याज दर में किसी गिरावट की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है. बैंक फिलहाल के लिए यथास्थिति बनाए रख सकते हैं.
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