गाजियाबाद में गेमिंग एप्लिकेशन के जरिये नाबालिग छात्र के धर्मांतरण के मामले में अब पाकिस्तान की एंट्री हो चुकी है ।
News Jungal Desk : गाजियाबाद में गेमिंग एप्लिकेशन के जरिये तीन स्टेप में नाबालिग छात्र के धर्मांतरण के मामले में अब पाकिस्तान की एंट्री हो चुकी है । और वहीं इसय मामले में अब होम मिनिस्ट्री ने भी गाजियाबाद पुलिस से रिपोर्ट मांगी है । पुलिस सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय और राज्य की जांच एजेंसियां भी मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है । और इस मामले में पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया है । और बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के एक यूट्यूब यूथ क्लब चैनल पर इस्लामिक वीडियो दिखाए जाते थे। और इस मामले की जांच के लिए गाजियाबाद पुलिस की चार टीमें मुंबई में शहनवाज उर्फ बद्दो की खोज में जुटी हुई है । पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि जल्द ही शहनवाज उर्फ बद्दो की गिरफ्तारी हो सकती है ।
इस मामले में पुलिस गाजियाबाद से अब्दुल रहमान को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है । और गाजियाबाद के संजय नगर इलाके की जिस मस्जिद का कमेटी मेम्बर अब्दुल रहमान है वह भी खुफिया तंत्र की रडार पर है । और आपको बता दें कि थाना कविनगर क्षेत्र में नाबालिग छात्र के धर्मांतरण का मामला सामने आया था ।
बताया जा रहा है कि तकरीबन ढाई साल से फर्जी हिंदू नाम बद्दो की आईडी बनाकर धर्मांतरण का नेटवर्क चला रहा था. पुलिस को शक है कि शाहनवाज सिंडीकेट चलाने के लिए उसे बड़े लेवल पर फंडिंग हो रही थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, खान शाहनवाज धर्मांतरण के इस खेल में मुख्य किरदार है जो नाबालिगों को बरगलाया करता था और जब वह आश्वस्त हो जाता था कि नाबालिग इस्लाम धर्म की तरफ झुक रहा है, तो उसके बाद वो उन्हें उनके घर के आसपास की मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए जाने का दबाव डालता था.
नमाज पढ़ने के दौरान किसी दूसरे व्यक्ति से बात नहीं करना, अपने बारे में नहीं बताना जैसे निर्देश भी उसकी तरफ से दिए जाते थे और उन्हें ये भी बताता था कि पांच वक्त की नमाज पढ़ने के बाद ही वो सही तरीके से इस्लाम धर्म के अनुयायी बन सकेंगे. धर्मांतरण करवाने के बाद वो हर दिन ऑनलाइन संपर्क में रहकर उनसे पूछता था कि नमाज पढ़कर उनका अनुभव कैसा था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, खान शाहनवाज को धर्मान्तरण के इस सिंडीकेट को चलाने के लिए सीमापार से फंडिंग होने की संभावना भी है. उसके पास इतने लंबे समय तक इस सिंडीकेट को चलाने के लिए कही न कहीं से फंड मुहैया होता था, जिसका खुलासा उसकी गिरफ्तारी से ही हो सकेगा. यही वजह थी कि पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस को जानकारी हाथ लगी कि नाबालिग बच्चे पांच वक्त की नमाज पढ़ने के लिए गायब रहते थे.
अब तक इस मामले में चार ऐसे नाबालिग लड़कों का खुलासा हुआ है, जो पूरी तरह से इस्लाम धर्म को अपना चुके थे और अपने परिवार के खिलाफ जाने लगे थे. पुलिस का कहना है कि शाहनवाज हिंदू नाम बद्दो से अपनी फर्जी आईडी को तकरीबन ढाई साल से चला रहा था और जैसे ही उसे यह सुराग हाथ लगता कि कोई उसके गैंग के लड़कों के साथ जुड़ता था तो वो उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश करने लगता था ।
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