उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के जर्जर हालात किसी से नहीं छिपे हैं. इससे जुड़ी तमाम तस्वीरें आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है. लगातार किराया बढ़ने के बाद ही यात्री इन जर्जर बसों में सफर करने को मजबूर होते हैं ।
न्यूज जंगल उत्तर प्रदेश डेस्क :– उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से रोडवेज बसों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है । और तो ऐसे में पीलीभीत से तमाम जगहों का सफर रोडवेज बस के जरिए करने वाले लोगों को अपनी जेब और ढीली करनी होगी । और इस रिपोर्ट में पढ़िए कहां का सफर हुआ है कितना महंगा. दरअसल उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जिला परिवहन के लिहाज से जिले की आबादी के साथ ही साथ उत्तराखंड के कुमाऊं इलाके के बाशिंदों के लिए भी काफी अधिक महत्वपूर्ण है और रेलवे लाइन के ब्रॉड-गेज में अमान परिवर्तन के बाद भी जिले के हाथ लंबी दूरी की ट्रेनों के मामले में अभी भी खाली है । और ऐसे में अधिकतम जनसंख्या पीलीभीत से तमाम जगहों पर जाने के लिए आज भी परिवहन निगम की बसों पर निर्भर है ।
किराया में बढ़ोतरी का भेजा प्रस्ताव
हाल ही में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने बसों के किराया में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पास किया है । और अब तक रोडवेजबसों का किराया 1.05 रुपए प्रति किलोमीटर + सभी टैक्स की दर से लिया जाता था । और अब प्रति किलोमीटर 25 पैसे की दर से किराए में बढ़ोतरी करी गई है । और ऐसे में अब नया किराया 1.30 रुपए प्रति किलोमीटर + सभी टैक्स हो जाएगा । और आपको बता दें कि इससे पहले सन 2020 में भी 10 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से किराए में बढ़ोतरी करी गई थी ।
अब इन शहरों के लिए चुकाना होगा ये दाम
पीलीभीत से लखनऊ की दूरी 285 किलोमीटर है । और इसके लिए यात्रियों को अपनाकर 350 रुपये का किराया देना होता था । लेकिन नई दरें लागू होने के बाद यही किराया बढ़कर 396 रुपये हो जाएगा । और वहीं दिल्ली की दूरी 324 किलोमीटर है. जिसके लिए यात्रियों को अब तक 434 रुपए टिकट के लिए चुकाने होते हैं और जो कि अब बढ़कर 515 रुपए हो चुका है । और वहीं पीलीभीत से बरेली के सफर पर यात्रियों को 62 रूपये की जगह 73 रूपये चुकाने होंगे ।
किराया बढ़ा, लेकिन नहीं सुधरे हालात
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के जर्जर हालात किसी से नहीं छिपे हैं । और इससे जुड़ी तमाम तस्वीरें आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है । और लगातार किराया बढ़ने के बाद ही यात्री इन जर्जर बसों में सफर करने को मजबूर होते हैं । और तो वहीं पीलीभीत रोडवेज बस स्टैंड भी काफी जर्जर हो चुका है । और बदहाली का आलम ये है कि बस स्टैंड पर यात्रियों के बैठने तक की उचित व्यवस्था नहीं है । पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत डिपो के ARM वीके गंगवार ने बताया कि अभी पुरानी दर से ही किराया वसूला जा रहा है । किराया बढ़ोतरी का आदेश मिलते ही नई दरें लागू करी जाएंगी ।
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