ज्योतिष में रत्नों का खास महत्व होता है और हमारे जीवन में भी रत्न बेहद काम के माने जाते हैं। रत्नों को धारण करके ग्रहों के अशुभ प्रभाव दूर किए जा सकते हैं। कई रुके हुए काम में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसी क्रम में आज हम बात करने जा रहे हैं पुखराज के बारे में। जिसे अंग्रेजी भाषा में येलो सफायर कहते हैं। वहीं टोपाज इसका उपरत्न होता है। ऐसा माना जाता है कि पुखराज अगर आप नहीं खरीद पाते हैं तो इसका उपरत्न टोपाज धारण कर सकते हैं। यह भी काफी कारगर और लाभदायी होता है।
पुखराज को ज्योतिष में इसे गुरु यानी कि बृहस्पति ग्रह का रत्न माना जाता है और इसको धारण करने से आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है। मगर ऐसा माना जाता है कि सभी राशियों के लोग पुखराज को धारण नहीं कर सकते। राशि चक्र में 2 राशियों के जातकों के लिए इस रत्न को धारण करना बेहद शुभ प्रभाव देने वाला होगा। आइए जानते हैं कि कौन सी हैं ये राशियां और इस रत्न को कब व कैसे धारण करना चाहिए।
धनु राशि के लोगों के लिए पुखराज
धनु राशि के स्वामी देवताओं के गुरु बृहस्पति माने गए हैं। इस राशि के लोग स्वभाव से मेहनती और साहसी तो होते ही हैं, साथ ही उनमें किसी कार्य को समय से पूर्ण करने की गजब की ऊर्जा होती है। ऐसा माना जाता है कई बार यह अत्यधिक ऊर्जा उनके मन को उतावला कर देती है और इस कारण से उनके कुछ कार्य बनते-बनते बिगड़ जाते हैं। ऐसे जातकों के लिए पुखराज पहनना बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसको पहनने के बाद आपके अंदर धैर्य के साथ सही निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। यह रत्न आपके मन को शांत रखने में मदद करता है और साथ ही लोगों के बीच में आपका आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
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