महाराष्ट्र में जल्द आएगा सियासी भूचाल? शिंदे गुट का दावा- कई विधायक संपर्क में

वर्ष 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अविभाजित शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा था. तब भाजपा को 100 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली थी. दोनों दलों को मिलकर 288 सदस्यीय सदन में 150 से ज्यादा सीटें मिलीं.

News Jungal Desk: महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे समूह के 13 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 20 विधायक शिवसेना (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट) के साथ संपर्क में हैं. उदय सामंत ने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाबलेश्वर में सीएम शिंदे के साथ एक गुप्त बैठक की थी. उन्होंने कहा कि राज्य की राजनीति में अभी काफी अस्थिरता मौजूद है.

इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में 2024 के विधानसभा चुनावों में कम से कम 100 सीटें जीतने की कोशिश करेगी, इसके नेता और एमएलसी अंबादास दानवे ने गुरुवार को पीटीआई को बताया. विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने पीटीआई-भाषा से कहा कि योजना जीतने योग्य उम्मीदवारों की तलाश करने और 2019 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के दूसरे स्थान पर रहने वाली सीटों पर ध्यान केंद्रित करने की योजना पर है.

साल 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अविभाजित शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में मिलकर लड़ा था. तब भाजपा को 100 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की थी. दोनों दलों को मिलकर 288 सदस्यीय सदन में 150 से ज्यादा सीटें मिलीं. लेकिन शिवसेना ने चुनाव बाद भाजपा का साथ छोड़कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ महा​ विकास अघाड़ी गठबंधन के साथ जाने का निर्णय किया. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे.

हालांकि, एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद पिछले साल जून में शिवसेना पार्टी अलग हो गई, जिसने उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया. दानवे ने कहा, ‘हम उन सीटों के लिए सही उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं, जो एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने वाले विधायकों के पास मौजूद थीं. साथ ही, मराठवाड़ा की 27 सीटों की तरह, जहां हम दूसरे स्थान पर थे. हम पूरी ताकत से ऐसी सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं.’

उन्होंने दावा किया कि एकनाथ शिंदे सरकार नाजुक स्थिति में है क्योंकि शिवसेना का समर्थन आधार उद्धव ठाकरे के पास मौजूद है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार के बारे में अटकलों और भाजपा के साथ उनकी निकटता की बात करते हुए, शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी ने बिना किसी किसी पार्टी का नाम लिए, कहा कि कोई भी सत्तारूढ़ दल (भाजपा) अन्य दलों को तोड़ने की कोशिश नहीं करेगा जबतक सरकार स्थिर है. दानवे ने दावा किया, ‘ऐसी स्थिति है कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद से जल्द ही इस्तीफा देना पड़ सकता है.’

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