Site icon News Jungal Media

Powers and functions of President in India : क्या हैं राष्ट्रपति की शक्तियाँ और कार्य…

The Role of the President

Powers and functions of President in India : भारत अब दुनिया के सबसे बड़ा लोकतंत्र बन चुका है, और इस देश के नियमों के अनुसार राष्ट्रपति को देश का सर्वोच्च नागरिक माना जाता है । सर्वोच्च का अर्थ होता है सबसे बड़ा। इसलिए हमारे देश भारत में राष्ट्रपति (Roles and powers of the president)के पास बहुत सारे महत्वपूर्ण अधिकार व शक्तियाँ भी होती है।

तो चलिए आज की इस खबर में हम आपको बताते है क्या है भारत के राष्ट्रपति की शक्तियां, कार्य और कार्य क्षेत्र |

भारत के राष्ट्रपति का परिचय – President of India Introduction

राष्ट्रपति उस देश का मुखिया होता है , जैसे एक टीम का नेतृत्व उसका कप्तान करता है वैसे ही देश का नेतृत्व उस देश का राष्ट्रपति करता है, वो न केवल सरकार के सबसे प्रमुख होता है बल्कि राज्यन में भी सबसे प्रमुख होते है। जो जितने उच्च पद पर होता है उसके पास जिम्मेदारियां भी उतनी ही अधिक होती है इससे ये साफ़ पता चलता है की उनके पास बहुत सारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां व कर्तव्य होते है।  

जैसे की किसी घर के सबसे बड़े का काम सिर्फ घर के निर्णय लेना ही नहीं बल्कि उसके अलावा उस घर की रक्षा करना और एकता बनाये रखना होता है ठीक उसी तरह राष्ट्रपति का काम (Powers and functions of President in India) देश में एकता बनाये रखना और उसके सविधान की रक्षा करना, उसे बनाए रखना है और लोगों के अधिकारों और कल्याण को सुनिश्चित करना है।

President of India लोकतंत्र के संरक्षक के रूप में भी कार्य करते है, जिसका अर्थ है कि वे यह सुनिश्चित करते हैं कि सरकार निष्पक्ष (Fair) और न्यायपूर्ण तरीके से काम कर रही है या नही । इसके साथ ही उनके पास संसद द्वारा पारित कानूनों (Laws) को मंजूरी देने की शक्ति है और अगर उन्हें लगता है कि वे लोगों के सर्वोत्तम हित में नहीं हैं तो उन्हें पुनर्विचार व सुधार करने के लिए वापस भी भेज सकते हैं।

इनके आलावा ये वैश्विक मंच (Global forum) पर भी भारत का प्रतिनिधित्व करते है। इसके लिए वो भिन्न भिन्न देश के नेताओं से मिलकर देश के हित की बता करते है और तो और राष्ट्रपति देश में होने वाले महत्वपूर्ण अवसरों पर राष्ट्र को अपने विचारों से संबोधित करते हैं और नागरिकों को मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं। यह बात भी आपके लिए जानना बहुत जरुरी है कि President दिन-प्रतिदिन के सभी निर्णय स्वयं नहीं लेते है, बल्कि वे प्रधान मंत्री व मंत्रिपरिषद के साथ मिलकर इन सभी कामों को करते है।

राष्ट्रपति का चुनाव और नियुक्ति (Presidential Election)

ये तो थी राष्ट्रपति से जुडी कुछ बातें लेकिन इसके लिए हमें सबसे ज्यादा जरुरी है ये जानना की इनका चुनाव (Election process of president of India) कैसे होता है और ये नियुक्त कैसे किये जाते है  

क्या हैं शक्तियां – Powers of President in India

चुनाव के बाद अब बात आती है शक्तियों की तो चलिए अब जानते है की भारत के राष्ट्रपति के पास कौन से आवश्यक कार्य व शक्तियाँ होती है।

  1. राज्य के प्रमुख: राष्ट्रपति देश के औपचारिक प्रमुख के रूप में कार्य करता है। वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व (Powers and functions of President in India) करते हैं और एकता और अखंडता के रूप में भी कार्य करते हैं।
  2. कार्यकारी शक्तियाँ: इनके पास समस्त कार्यकारी शक्तियाँ होती हैं और यह सुनिश्चित करता है कि सरकार सुचारू रूप से कार्य करें। ये चुनाव परिणामों और सिफारिशों के आधार पर प्रधान मंत्री और अन्य मंत्रियों के सदस्यों की नियुक्ति भी कर सकते हैं।
  3. विधायी शक्तियाँ: राष्ट्रपति विधायी प्रक्रिया (Legislative process) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वे संसद के सत्रों को शुरु व खत्म करते हैं और कुछ स्थितियों में लोकसभा को भंग भी कर सकते है Rashtrapati संसद द्वारा पारित विधेयकों को कानून (Law) में बदलने पर सहमति देता है।
  4. न्यायिक शक्तियाँ: इनके पास कुछ अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए व्यक्तियों को क्षमा करने, उन्हें कम करने या सजा देने की शक्ति है। वे भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief justice of India) के परामर्श से सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति (Joining) भी करते हैं।

5. राजनयिक शक्तियां: ये अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंधों (Diplomatic Relations) में भारत का प्रतिनिधित्व करते है। वे विदेशी राजदूतों (Foreign Ambassadors) और उच्च-स्तरीय व्यक्तियों का स्वागत भी करते हैं।

6. आपातकालीन शक्तियाँ:  इसके अलावा युद्ध, आंतरिक कलह जैसी आपात स्थितियों के समय राष्ट्रपति देश में आपातकाल (Emergency) की स्थिति की घोषणा कर सकता है। इसके अलावा उनके पास देश की स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का अधिकार है।

7. प्रतीकात्मक कार्य: राष्ट्र के प्रतीक के रूप में, Rashtrapati सम्मान और पुरस्कार प्रदान करते हैं, पदक प्रदान करते हैं, और आधिकारिक समारोह (Official ceremony) आयोजित करते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस (Independence day) और गणतंत्र दिवस (Republic day) जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर राष्ट्र को संबोधित करते हैं।

8. सलाहकार की भूमिका: ये कई प्रकार से प्राप्त जानकारी के आधार पर सरकार को राष्ट्रीय महत्व (National importance) के मामलों पर सलाह देते हैं। वे मामलों के प्रशासन के संबंध में Prime minister of India से जानकारी भी प्राप्त करते हैं और प्रदान करते हैं।

क्या है कार्यकारी शक्तियाँ – Executive Powers of President

राष्ट्रपति की कुछ कार्यकारी शक्तियाँ (Executive powers) निम्न प्रकार की हैं,

राष्ट्रपति की विधायी शक्तियाँ – Legislative Powers of the President

भारत के राष्ट्रपति की न्यायिक शक्तियाँ – Judicial Powers of the President

President of India की कुछ न्यायिक शक्तियाँ इस प्रकार हैं:-

राष्ट्रपति के पास न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने या अदालती फैसलों (Court decisions) को बदलने का अधिकार नहीं है, परन्तु ये केवल असाधारण परिस्थितियों में दया या राहत (Mercy of Relief) देने के लिए अपनी इन सभी Powers का प्रयोग कर सकते है।

राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियाँ – President’s Emergency Powers

भारत के राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियाँ (Emergency powers) देश में आये हुए संकट के समय दिए गए विशेष अधिकार के बारे में बताती है। आसान भाषा में कहे तो इन शक्तियों के इस्तेमाल देश में शांति, स्थिरता व सुरक्षा बनाए रखने के लिए किया जाता है। भारत में तीन प्रकार की आपात स्थितियाँ हैं:

मंत्रिपरिषद में भारत के राष्ट्रपति की भूमिका (Relationship between President and council of Ministers)

भारत में मंत्रिपरिषद के संबंध में President of India की कुछ प्रमुख भूमिकाएँ इस प्रकार हैं:

इनके पास पुनर्विचार के लिए एक विधेयक वापस करने की शक्ति (Power) भी होती है, जिसे वीटो पावर (Vito power) के रूप में भी जाना जाता है।

न्यायाधीशों की नियुक्ति में राष्ट्रपति का महत्त्व (Judicial powers of the President of India)

न्यायाधीशों की नियुक्ति करना एक बेहद जिम्मेदारी का काम है, क्योकि इस विषय में कोई भी निर्णय लेने से पहले बहुत सोचना पड़ता है क्योंकि न्यायाधीश के लिए यह एक बड़ी ही जिम्मेदारी का काम होता है की देश के न्याय की रक्षा क्लारें और उसके द्वारा देश के प्रत्येक नागरिक को सामान न्याय मिल सके |

कुल मिलाकर न्यायाधीशों की नियुक्ति में President of india की भूमिका न्यायपालिका को आकार देने में मदद करती है और कानूनी प्रणाली (Legal system) पर इसका स्थायी प्रभाव पड़ता है, क्योंकि न्यायाधीश लंबे समय तक सेवा करते हैं और लोगों के हितों व अधिकारों के लिए निर्णय लेते हैं।

सर्वोच्च कमांडर के रूप में राष्ट्रपति का महत्त्व (Importance of President of India)

Read also : चाहिये 1 लाख रूपये पेंशन तो जाने NPS मे कितना करना होगा निवेश!

Exit mobile version