Punjab: नवजोत सिंह सिद्धू को कल पटियाला जेल से रिहाई मिलने वाली है। इसकी जानकारी नवजोत सिंह सिद्धू के ट्विटर पर साझा की गई है। ट्विटर पर लिखा गया है कि आप सभी को सूचित किया जाता है कि सरदार नवजोत सिंह सिद्धू की कल पटियाला जेल से रिहाई होनी है।

News Jungal media: नवजोत सिंह सिद्धू को कल पटियाला जेल से रिहा किया जा रहा है। इसकी जानकारी नवजोत सिंह सिद्धू के ट्विटर हैंडल पर दी गई है। ट्विटर पर लिखा गया है कि आप सभी को सूचित किया जाता है कि सरदार नवजोत सिंह सिद्धू की कल पटियाला जेल से रिहाई होनी है।
बता दें कि, जेल से उनकी निर्धारित रिहाई 16 मई को थी, लेकिन अपने अच्छे आचरण के चलते सिद्धू को शीर्ष अदालत द्वारा दी गई एक साल की सजा में 45 दिन की छूट मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को नवजोत सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी। 20 मई को नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था। सिद्धू ने एक साल में न कोई पैरोल ली और न ही कोई छुट्टी।
नवजोत कौर सिद्धू ने ट्विटर पर की भावुक पोस्ट
इससे पहले नवजोत कौर सिद्धू ने अपने पति को मुखातिब होकर ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने कहा था कि वे ब्रेस्ट कैंसर स्टेज-2 से पीड़ित हैं। उन्होंने लिखा था कि हर दिन बाहर रहकर आपकी रिहाई का इंतजार करना काफी कष्टदायक है। हमेशा की तरह आपके दर्द को दूर करने की कोशिश में हूं।
बार-बार आपको न्याय से वंचित देखकर दुखी हूं और आपका इंतजार कर रही हूं। सच बहुत शक्तिशाली होता है, लेकिन परीक्षा बार-बार देनी पड़ती है। माफ करना, अब आपका इंतजार नहीं कर सकती। इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि यह स्वयं भगवान की मर्जी है।
34 साल पुराने मामले में थे जेल में बंद
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट द्वारा 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सिद्धू को एक साल सश्रम कैद की सजा सुनाई गई थी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने उनको एक हजार रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया था। सिद्धू को जब सुप्रीम कोर्ट सजा सुना रहा था उस समय वह हाथी पर सवार होकर महंगाई के मुद्दे पर पटियाला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
क्या था पूरा मामला
सिद्धू पर 34 साल पहले पटियाला में सड़क पर हुए एक विवाद में गुरनाम सिंह के साथ मारपीट करने का आरोप था। गुरनाम सिंह की अस्पताल में ही मौत हो गई थी। रोडरेज का यह मामला 27 दिसंबर, 1988 का है। नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला में कार से जाते हुए गुरनाम सिंह नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति से भिड़ गए थे।
Read also: IPL 2023 के आगाज पर राम भक्त बना यह विदेशी ऑलराउंडर, कहा- ‘जय श्री राम’