Site icon News Jungal Media

छोटे किसानों को राहत अब सस्ते किराए पर मिलेंगे कृषि यंत्र, जानिए प्रक्रिया

गन्ने के किसानों के लिए खुशखबरी है. अब किसानों को गन्ने की खेती के लिए सस्ते किराए पर जरूरी कृषि यंत्र मिल सकेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश अनुसार द्वारा गन्ना समितियों को यंत्र बैंक  77 ट्रेक्टर एवं अन्य प्रकार के यंत्र उपलब्ध कराए हैं ।

News Jungal Desk : मध्यमवर्ग गन्ना किसानों को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा बड़ी राहत प्रदान करी गई है। अभी तक देखा जाता था कि काफी संख्या में ऐसे गन्ना किसान होते थे । जिनके पास गन्ने की खेती करने के लिए अपने यंत्र नहीं होते है । तो वह महंगे किराए पर ट्रैक्टर सहित अन्य प्रकार के यंत्रों को लेकर खेती करते है । और अब उन्हें किसी भी व्यक्ति से महंगे यंत्र किराए पर लेने की आवश्यकता नहीं है । बल्कि गन्ना समिति के पास जाकर नॉमिनल रेट पर ट्रैक्टर सहित अन्य प्रकार के यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे ।

मेरठ उपगन्ना आयुक्त राजेश मिश्रा ने बताया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश से संबंधित सभी जिलों में जो भी किसान गन्ने की खेती करते हैं. अगर उनके पास अपने साधन नहीं है । जिसके माध्यम से पर खेती कर सके तो उन्हें अब परेशान होने की आवश्यकता नहीं है । उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश अनुसार द्वारा गन्ना समितियों को यंत्र बैंक77 ट्रेक्टर एवं अन्य प्रकार के यंत्र उपलब्ध कराए गए हैं ।

नॉमिनल किराए पर मिलेंगे यंत्र

उपायुक्त के अनुसार जो भी किसान गन्ना समितियों से संपर्क करेंगे । और ऐसे सभी किसानों को बेहद कम नॉमिनल सरकारी रेट पर ही किराए पर ट्रैक्टर ट्रॉली एवं गन्ने की खेती में उपयोग होने वाले सभी प्रकार के यंत्र मिल सकेंगे । और उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी समितियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। और जिससे कि गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो सके ।

गन्ने की फसल में लागत होगी कम

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद,शामली, बुलंदशहर, नोएडा, सहारनपुर सहित अन्य क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गन्ने की खेती की जाती है । और ऐसे में जो छोटे किसान हैं उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । कई बार तो वह अधिक कर्ज लेकर खेती करने के लिए यंत्र खरीदते हैं । लेकिन उन्हें फायदा होगा ।

Read also : कोरोना के नए मामलों में बड़ी गिरावट,बीते 24 घंटे में 3,325 नए मामले, जानें अब कितने एक्टिव मरीज

WhatsappFacebookTwitterLinkedinEmail
Exit mobile version