…अभी तो नापने के लिए पूरा आसमान बाकी है

प्रकाश विद्या मंदिर स्कूल में गुरुवंदना एवं छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम आयोजित हुआ। 10वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए हार्टफुलनेस स्कूल कनेक्ट कार्यक्रम ‘हेल्प’ सितम्बर में प्रस्तावित

News Jungal DesK: तेज दौड़ती जिंदगी में दिल को छू लेने वाले शब्द लक्ष्य पर डटे रहने की हिम्मत देते हैं।

हमारे इरादों का अभी इम्तिहान बाकी है,
अभी तो नापी है हमने थोड़ी मुठ्ठी भर जमीन,
अभी तो नापने के लिए पूरा आसमान बाकी है।

ये शब्द दबौली वेस्ट स्थित प्रकाश विद्या मंदिर स्कूल में आयोजित गुरुवंदना एवं छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम में जीवंत हो गए। यहां मेधावियों बच्चों को सम्मानित किया गया। उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया गया।
हार्टफुलनेस विधि से खुद को केंद्रित करने के उपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। क्लास में अच्छे अंक से पास होने वाले छात्र-छात्राओं को मैडल एवं प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।

स्कूल के 4 शिक्षकों और प्रधानाचार्य सहित डायरेक्टर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इससे पहले निदेशक प्रकाशमणि त्रिपाठी को यूनेस्को के मूलभूत नौ मानवीय मूल्यों (सत्य व विवेक, प्रेम व सहानुभूति, रचनात्मकता व सराहना, शांति व न्याय, स्थायी व मानवीय विकास, प्रकृति के साथ सामंजसय, वैश्विक एकता, स्वास्थ, वैश्विक आध्यात्मिकता) पर आधारित क्लास फर्स्ट से लेकर 9th तक के लिए हार्टफुलनेस कैरिकुलम की विशेषता बताई गई। इस बाबत उन्होंने स्टूडेंट्स के लिए ओरियंटेशन कार्यक्रम की पेशकश रखी। तीन दिवसीय टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम ‘इंस्पायर’ और क्लास 10th से 12th तक के बच्चों के लिए ‘हेल्पप्रोग्राम की पेशकश के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गई। सितम्बर में ‘हेल्प’ प्रोग्राम संभावित है। यह कार्यक्रम भारत विकास परिषद रतनलाल नगर शाखा की ओर से आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम में लगभग 240 छात्र और छात्राएं उपस्थित थे। शिक्षक, स्टूडेंट्स, श्री सत्य प्रकाश श्रीवास्तव (हार्टफुलनेस अभ्यासी एवं सचिव भारत विकास परिषद), सत्य प्रकाश श्रीवास्तव (हार्टफुलनेस अभ्यासी एवं शाखा सचिव) और सुधीर कपूर (प्रकल्प संयोजक संस्कार) ने कार्यक्रम की शुरुआत में खुद को हार्टफुलनेस विधि से खुद को केंद्रित करने का अनुभव किया।

Read also: इंसानियत अभी जिंदा है; एक तरफ पिता का शव था दूसरी ओर वह दूसरों की जान बचाने में लगा था

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top