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दिल्ली एनसीआर में अचानक बदला मौसम का मिजाज, आकाश में छाए घने बादल, हो रही झमाझम बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार सुबह हवा में नमी का स्तर 89 फीसदी दर्ज किया गया. उसने कहा कि शहर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है ।

News jungal desk :दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार को अचानक से मौसम बदला और बारिश शुरू हो गई है । दोपहर करीब 1.15 बजे नोएडा और दिल्ली के हिस्सों में तेज बारिश हुई है । जिससे लोगों को उमस से काफी राहत मिली है । हालांकि, इस दौरान सड़कों पर जलभराव की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या भी लोगों को झेलनी पड़ी है ।

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने दिन में शहर में मध्यम स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया भी था । और विभाग के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार सुबह हवा में नमी का स्तर 89 फीसदी दर्ज किया गया. उसने कहा कि शहर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है ।

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था । और जो इस मौसम के औसत से एक डिग्री कम था. वहीं, शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था ।

दिल्ली बाढ़ : आईटीओ क्षेत्र यातायात के लिए खोला गया
दूसरीओर, राष्ट्रीय राजधानी के आईटीओ क्षेत्र में मंगलवार को यातायात सेवा बहाल होने से पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए शहर के मध्य में आना-जाना आसान हो गया है. पिछले सप्ताह यमुना नदी में पानी का स्तर बढ़ने के कारण दिल्ली सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का एक रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो गया था. इससे आईटीओ क्षेत्र में जलभराव की समस्या के कारण वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित करनी पड़ी थी.

बाढ़ की वजह से दिल्ली के कई हिस्से पानी में
अधिकारियों ने बताया कि विकास मार्ग का एक कैरिजवे सोमवार शाम को ही खोल दिया गया था और मंगलवार सुबह दोनों कैरिजवे पर वाहनों की आवाजाही की अनुमति दे दी गई. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले सप्ताह यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई थी और शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए थे.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, यमुना नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ के कारण 26,784 लोगों को निकाला गया था, जिनमें से लगभग 18,416 लोग 47 राहत शिविरों में रह रहे हैं, जबकि बाकी अपनी इच्छा के अनुसार दूसरी जगहों पर चले गए हैं.

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