मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, बिहार समेत नौ राज्यों में लू (Heat Wave Alert) चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. कई शहरों का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि भारत के कुछ हिस्सों को मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक पश्चिमी विक्षोभ के आने से कुछ राहत मिलेगी ।
News Jungal Desk : देश में फिलहाल मौसम (Weather Update) खतरनाक रूप से करवट ले रहा है । और कई राज्यों में गर्मी ने लोगों का हाल बुरा कर दिया है । फिलहाल इस गर्मी से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं । और मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के नए अलर्ट से लोग और परेशान होने वाले हैं । IMD ने कम से कम नौ राज्यों में लू (Heat Wave Alert) की चेतावनी दिया है । वहीं इन राज्यों के कई शहरों का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है ।
IMD ने बिहार, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है । और इसके साथ ही IMD ने बोला है कि चार अन्य राज्यों- सिक्किम, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में हीट वेव की स्थिति होने की आशंका है । और जो आने वाले समय में लोगों के लिए कठिनाई पैदा कर सकती है । गौरतलब है कि देश भर में सामान्य से अधिक गर्मी ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है ।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बोला है कि भारत के कुछ हिस्सों को मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक पश्चिमी विक्षोभ के आने से कुछ राहत मिलेगी । पंजाब और हरियाणा में सोमवार को लू जैसा तापमान रहा है । मंगलवार को भी ऐसे ही हालात रहने की उम्मीद है । हीट वेव के लिए एक ऑरेंज अलर्ट का तात्पर्य उन लोगों में गर्मी की बीमारियों की बढ़ती आशंका के साथ उच्च तापमान से है, । और जो या तो लंबे समय तक धूप में रहते हैं या भारी काम करते हैं ।
अलर्ट महाराष्ट्र सरकार के एक कार्यक्रम में कई घंटे खुले में बैठने के दौरान 13 लोगों की मौत के एक दिन बाद आया है । और IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बोला है कि , ‘जब हवाएं पूर्वी दिशा से या बंगाल की खाड़ी की दिशा से चलती हैं तो कई बार बादल छा जाते हैं और जो पूर्वी राज्यों में तापमान को कम कर देते हैं । लेकिन उत्तर-पश्चिम से गर्म, शुष्क हवाएं पूर्वी भारत में चल रही हैं. इसलिए, पूर्वी राज्यों के लोगों को पर्याप्त रूप से गर्मी से बचाव के उपाय करने की आवश्यकता है ।
डॉ. महापात्र ने कहा कि लू की गंभीर स्थितियां केवल तापमान के चलते नहीं, बल्कि आर्द्रता की वजह से भी बनती हैं. उन्होंने कहा, ‘तटीय राज्यों में आर्द्रता उत्तरी राज्यों की तुलना में ज्यादा है.’ डॉ. महापात्र के अनुसार पूर्वी राज्यों में तापमान काफी ज्यादा है लेकिन जून और जुलाई के मुकाबले आर्द्रता कम है क्योंकि उत्तर पश्चिमी हवा चल रही हैं. अगर पूर्व से हवा चली और इतना ही तापमान रहा तो घातक साबित हो सकता है ।
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