Sunita Williams Work on ISS: अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स के अहम कार्य

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 9 महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताने के बाद सफलतापूर्वक धरती पर वापसी की।(Sunita Williams Work on ISS) उनकी यात्रा केवल 8 दिनों की होनी थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह मिशन 9 महीने तक चला। इस दौरान सुनीता विलियम्स ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए। नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में फंसे होने के बाद लगातार इतिहास रचती जा रही हैं। सुनीता विलियम्स पिछले जून से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर हैं। इस दौरान उन्होंने 900 घंटे से अधिक शोध कार्य किए और कई अद्भुत प्रयोगों में हिस्सा लिया।

1. आईएसएस का रखरखाव और सफाई

सुनीता विलियम्स ने फुटबॉल के मैदान के आकार के ISS के रखरखाव और सफाई का कार्य किया। उन्होंने पुराने हार्डवेयर को बदला और स्टेशन को सुचारू रूप से चलाने में अहम भूमिका निभाई।

2. 900 घंटे की रिसर्च और 150 से अधिक प्रयोग

सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने आईएसएस में 900 घंटे तक रिसर्च की और 150 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए। इस उपलब्धि के साथ वे अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली पहली महिला बन गईं।(Sunita Williams Work on ISS)

3. 62 घंटे 9 मिनट का स्पेसवॉक

मिशन के दौरान, सुनीता विलियम्स ने कुल 62 घंटे 9 मिनट तक स्पेसवॉक किया, जो उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक है। अब तक अंतरिक्ष में 600 से अधिक दिन बिता चुकीं 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स ने 62 घंटे 9 मिनट तक स्पेसवॉक किया, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री की तरफ से किया गया सबसे लंबा समय है।

सुनीता विलियम्स ने 16 और 30 जनवरी को दो महत्वपूर्ण स्पेसवॉक किए, जिनमें से एक 5 घंटे 26 मिनट और दूसरा 6 घंटे का था। इतना ही नहीं, उनके मिशन के दौरान उन्हें आईएसएस का कमांडर भी बनाया गया, जो किसी भी अंतरिक्ष यात्री के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। आईएसएस को मानव इतिहास का सबसे महंगा इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट माना जाता है, जो पिछले 25 वर्षों से लगातार सक्रिय है।

4. ग्रैविटी पर रिसर्च

सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों का अध्ययन किया और ईंधन कोशिकाओं के लिए नए रिएक्टर्स विकसित करने पर काम किया।

5. आईएसएस पर उगाईं सब्जियां

एक महत्वपूर्ण बायोन्यूट्रिएंट्स परियोजना के तहत, सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में सब्जियां उगाईं। इस रिसर्च से यह समझने में मदद मिली कि लाभकारी बैक्टीरिया की मदद से अंतरिक्ष यात्रियों को आवश्यक पोषक तत्व कैसे मिल सकते हैं। अंतरिक्ष में सबसे पहले स्कैलियन यानी छोटे प्याज की फसल उगाई गई थी, इसके बाद आलू, गेहूं, टमाटर, चावल, मक्का, सोयाबीन, मूली समेत अन्य पौधे भी स्पेस में उगाए जा चुके हैं. (Sunita Williams Work on ISS)

6. माइक्रोग्रैविटी पर अध्ययन

सुनीता विलियम्स ने माइक्रोग्रैविटी को लेकर भी रिसर्च की, जो भविष्य के दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।

7. स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज

सुनीता विलियम्स ने बताया कि वह रोज सुबह 6:30 बजे उठती थीं और दिन में 2 घंटे एक्सरसाइज करती थीं, ताकि हड्डियों की कमजोरी जैसी समस्याओं से बचा जा सके। अंतरिक्ष या स्पेस में खुद को फिट और हेल्दी रखने के लिए सुनीता विलियम्स रोजाना ट्रेडमिल पर दौड़ती थीं। इससे हड्डियां और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। ट्रेडमिल पर दौड़ने से संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। इस एक्सरसाइज को करने से मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलती है।

8. स्पेस से राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला

400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में रहने के बावजूद, सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला। नासा ने उन्हें बैलट भेजे, जिन्हें उन्होंने भरकर वापस भेजा और न्यू मैक्सिको में सत्यापित किया गया। सुनीता विलियम्स ने बीते साल सितंबर में कहा था कि ‘अनपेक्षित’ हालात का सामना करना उनकी ट्रेनिंग का हिस्सा है, ऐसे में वह आराम से स्पेस में वक्त गुजार रही हैं। उन्होंने बताया था कि ISS हर 24 घंटे में पृथ्वी की 16 परिक्रमा करता है। ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों को हर 45 मिनट में एक सूर्योदय या सूर्यास्त देखने को मिलता है, जो काफी रोमांचक होता है। सुनीता ने तब कहा था कि पृथ्वी से बहुत से लोग उन्हें संदेश भेजते हैं, जिससे उन्हें घर जैसा महसूस होता है।

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9. आईएसएस पर क्रिसमस सेलिब्रेशन

सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने 2024 का क्रिसमस भी अंतरिक्ष में मनाया और पृथ्वी के लोगों को शुभकामनाएं भेजीं।

यह मिशन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बेहद सफल रहा और अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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