सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, ”सुंदरेसन, अडानी समूह के इन-हाउस वकील नहीं थे, बल्कि एक एडवोकेट के तौर पर पेश हुए थे, वह भी साल 2006 में. अब 17 साल बाद हितों के टकराव की बात कहां से आई? News jungal desk :- सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानीContinue Reading