आज अजय के इस सफरनामें के चार साल हो चुके हैं. मौजूदा समय में इस गुरूजी क्लाजेस से गांव के डेढ सौ से अधिक बच्चे पढाई करने नियमित रूप से आ रहे हैं. अजय के एक साथी दीपेंद्र भी कंधे से कंधा मिला कर इस काम में उनका साथ देContinue Reading