नवरात्रि का चौथा दिन: शारदीय नवरात्रि के पर्व पर मां विंध्यवासिनी के दरबार पर भक्तों की लगी लम्बी कतार, जयकारों से गूंजा मंदिर…
मंगला आरती के बाद जैसे ही गर्भगृह के कपाट खुले मां विंध्यवासिनी के जयकारे से धाम की समस्त गलियां गुंजायमान […]
मंगला आरती के बाद जैसे ही गर्भगृह के कपाट खुले मां विंध्यवासिनी के जयकारे से धाम की समस्त गलियां गुंजायमान […]
माता के मंदिर से पूरब में शमशान घाट और सरोवर है, जहां आज भी तंत्र साधना की जाती है। माना जाता
शारदीय नवरात्र के द्वितीया तिथि पर ब्रह्मचारिणी माता के रूप में श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी का दर्शन व पूजन किया।
पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों के द्वारा दुर्गा प्रतिमाओं को दिन रात एक करके अंतिम
अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी को मनाया जाता है. इसमें भगवान अनंत की पूजा की जाती है. इसमें
जम्मू शहर में गोल मार्केट, सराजा ढक्की लक्ष्मी नारायण मंदिर आदि जगहों पर लोगो ने कलश यात्रा निकालकर भगवान गणेश
बांके बिहारी के दरबार में राखी भेजने की परंपरा कई सालों से चली आ रही है। मान्यता है कि जिन
महादेव झारखंडी मंदिर व मुक्तेश्वरनाथ मंदिर सहित लगभग सभी शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने पूरे जोश के साथ
परमा एकादशी सबसे बड़ी एकादशी मानी जाती है ,इस व्रत के करने से सभी मनोकामनाएं होती है पूरी,जानें पूजन विधि
1जून गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत है.आज वरीयान योग,चित्रा और स्वाती नक्षत्र है.गुरु प्रदोष व्रत और शिव जी के आशीर्वाद