समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर बोलते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें (केंद्र सरकार को) सोचना चाहिए कि देश विविधतापूर्ण है, यहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं और मुसलमानों का अपना शरीयत कानून है. उन्हें ऐसा करने (यूसीसी लागू करने) से आने वाले किसी भी संभावित तूफान केContinue Reading