सेंथिल बालाजी 2018 में डीएमके में शामिल हुए। AIADMK के पूर्व मंत्री वी सेंथिल बालाजी पर 2011 और 2015 के बीच हुए एक नौकरी घोटाले में आरोपी माना गया है। उस दौरान वह AIADMK सरकार के तहत तमिलनाडु के तत्कालीन परिवहन मंत्री थे।
News Jungal Desk: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में डीएमके सरकार के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया। 13 जून को सेंथिल बालाजी के घर पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत ईडी ने छापेमारी की। आइये इन 5 बिंदुओं में जानते है, अब तक सिलसिले में क्या-क्या हुआ।
सेंथिल बालाजी पर क्या है आरोप?
सेंथिल बालाजी 2018 में डीएमके में शामिल हुए। AIADMK के पूर्व मंत्री वी सेंथिल बालाजी पर 2011 और 2015 के बीच हुए एक नौकरी घोटाले में आरोपी माना गया है। उस दौरान वह AIADMK सरकार में तत्कालीन तमिलनाडु के परिवहन मंत्री थे।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी ईडी को जांच की अनुमति
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने सेंथिल के खिलाफ कथित कैश-फॉर-जॉब घोटाले की पुलिस और ईडी जांच की अनुमति दी थी। उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने भी पिछले महीने राज्य में बालाजी के करीबी लोगों के परिसरों पर तलाशी ली थी।
मद्रास हाई कोर्ट के फैसले को पलटा
सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश मद्रास हाई कोर्ट के पिछले एक फैसले को पलटने के बाद आया है। मद्रास हाई कोर्ट ने पहले ED की तरफ से बालाजी और अन्य को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) मामले में भेजे गए समन को खारिज कर दिया था।
इन प्रावधानों के तहत हुई गिरफ्तारी
बिजली, उत्पाद शुल्क और निषेध विभाग देखने वाले बालाजी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। 13 जून को उनके आवास और अन्य संपत्तियों की व्यापक तलाशी के बाद यह गिरफ्तारी हुई है।
रो पड़े थे बालाजी..
ईडी बुधवार सुबह जब बालाजी को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जा रहे थे तो उसी दौरान डीएमके नेता फूट-फूट कर रोने लगे थे। बालाजी को एंबुलेंस में रोते हुए देखा गया। बाहर उनके समर्थक जांच एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी लगा रहे थे।
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