उमेश पाल हत्याकांड से पहले शूटर्स के साथ जो आखिरी बैठक हुई थी उसमें शाइस्ता परवीन ने कहा था कि इंशाअल्लाह हमें उमेश को जान से मारकर कामयाब होना है. ये हमारे हक की लड़ाई है, जिसे जीतना ही होगा और जो जीतेगा वही जी सकेगा. शाइस्ता कहती थी कि अब बहुत हो गया और अब इस काम को अंजाम देकर हमें अपनी इज्जत वापस लानी है. हमारा नाम एक बार फिर गूंजना चाहिए.
News jungal desk : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल और दो सरकारी गनरों के शूट आउट केस में जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है । और जांच एजेंसी को पता चला है कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने शूटरों से बोला था कि उमेश पाल को जान से मारकर कामयाब होना है । यह जांच एजेंसी पहले ही साफ कर चुकी है कि अतीक़ की पत्नी शाइस्ता भी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की सभी बैठकों में शामिल होती थी ।
बताया जा रहा है कि उमेश पाल हत्याकांड से पहले शूटर्स के साथ जो आखिरी बैठक हुई थी और उसमें शाइस्ता परवीन ने बोला था कि इंशाअल्लाह हमें उमेश को जान से मारकर कामयाब होना है । और ये हमारे हक की लड़ाई है । जिसे जीतना ही होगा और जो जीतेगा वही जी सकेगा है शाइस्ता कहती थी कि अब बहुत हो गया और अब इस काम को अंजाम देकर हमें अपनी इज्जत वापस लानी है । हमारा नाम एक बार फिर गूंजना चाहिए ।
शाइस्ता परवीन उमेश पाल की हत्या की साजिश से जुड़ी हर ग्रुप कॉल में शामिल होती थी । और मंगलवार को नकदी और हथियारों के साथ पकड़े गए 5 आरोपियों से पूछताछ में शाइस्ता की लेडी डॉन की भूमिका उजागर हुई है । और आरोपियों ने बताया कि शाइस्ता परवीन शुरू से ही इस सनसनीखेज वारदात के षड्यंत्र से जुड़ी रही हैं । और अतीक के ड्राइवर कैश अहमद और मुंशी राकेश कुमार उर्फ लाला ने स्वीकारा की उमेश पाल की हत्या के लिए चकिया वाले घर में शूटरों की बैठक होती थी । और बैठक के दौरान जेल में बंद अतीक अहमद और अशरफ भी वीडियो कॉल से जुड़ते थे । और अतीक और अशरफ रेकी करने और गोली मारकर भागने के तरीकों पर अपनी बात रखते थे ।
अतीक पर अब ईडी का शिकंजा
माफिया अतीक अहमद के दफ्तर में मिले 74 लाख 62 हजार नकदी के मामले में ईडी ने संज्ञान लिया है । औऱ ईडी अब आरोपियों से पूछताछ करेगी । और भारी भरकर रकम के स्रोत को लेकर अब ईडी पूछताछ करेगी । रकम को लेकर आय के स्रोत और साक्ष्य न मिलने पर अतीक़ और अतीक़ गैंग पर कार्रवाई होगी । अतीक पर पहले से चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दायरा और बढ़ाकर चल अचल संपत्ति का पता लगाया जाएगा । और उमेश पाल हत्याकांड के बाद ही अतीक गैंग पर है ईडी की नजर, वारदात में शामिल नामजद आरोपियों के आर्थिक स्रोत और फाइनेंसरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है ।
Read also : अमृतपाल सिंह का खास गोरखा बाबा गिरफ्तार, पंजाब पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी