अंजी खड्ड देश का पहला केबल आधारित रेल ब्रिज है. इसका 473 मीटर का हिस्सा केबल पर आधारित है. पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है ।
News Jungal Desk : देश का पहला केबल आधारित रेल ब्रिज जम्मू-कश्मीर में बनकर तैयार हो गया है । और इस पुल को 96 केबल से सपोर्ट मिल रहा है और ये सारी केबल अब फिक्स कर दी गई हैं । रेल मंत्री अश्निणी वैष्णव ने इसका ट्विटर पर वीडियो शेयर कर यह शानदार नजारा दिखाया है । इस पुल की लंबाई 725 मीटर है और यह नदी के तल से करीब 331 मीटर ऊपर है . और यह पुल इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बन जाने से कश्मीर घाटी को बाकी देश से जोड़ना अब बहुत आसान हो गया है ।
अंजी खड्ड ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना के सबसे महत्वपूर्ण भागों में शामिल हैं । और इस पुल को 11 महीने के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. यह एक तरफ सुरंग टी-2 (कटड़ा छोर) और दूसरी तरफ सुरंग टी-3 (रियासी छोर) को जोड़ता है. यह चेनाब की सहायक नदी अंजी के ऊपर बनाया गया है. कुल 725 मीटर लंबे इस पुल में 473 मीटर का ब्रिज केबल के सहारे है. इसमें केवल एक ही पिल्लर है जिसकी कुल लंबाई 193 मीटर है. नदी के तल से इसके टावर तक की ऊंचाई 331 मीटर बन रही है जो आइफिल टावर (330 मीटर) से अधिक है ।
पुल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
पहले यह चेनाब ब्रिज की ही तरह आर्च ब्रिज के रूप में प्रस्तावित किया गया था । हालांकि, बाद में यह इरादा बदल दिया गया. 2016 में केबल आधारित पुल बनाना तय हुआ है । यह पुल जम्मू-बारामूला लाइन के कटरा और रियासी खंड को जोड़ेगा. यह पुल 213 किमी प्रति घंटे की हवा का सामना कर सकता है. इस पर ट्रेनों को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जा सकेगा ।
किस तरफ कितना लंबा
केबल पुल रयासी की तरफ 183 मीटर लंबा है और कटड़ा की तरह 290 मीटर. इस पर एक सिंगल लाइन रेलवे ट्रैक है. यह 326 किलोमीटर लंबी जम्मू-बारामूला रेल लाइन का हिस्सा होगा जो श्रीनगर से भी होकर गुजरेगी. यह प्रोजेक्ट उत्तर रेलवे की देखरेख में कोंकण रेलवे और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा पूरा किया जा रहा है. पुल का उद्घाटन मई में किया जा सकता है ।
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