पुलिस को जांच में मशीन पर जले हुए प्लास्टिक के निशान मिले। यह भी पता चला कि प्रेशर ज्यादा होने से मशीन में ब्लास्ट हुआ था । इससे मशीन से जलता हुआ वेस्ट मटेरियल बाहर की तरफ तेजी से निकला था। जिसकी चपेट में कर्मचारी आ गया था और उसकी मौत हो गई थी ।
News jungal desk: इंदौर के सुखलिया ग्राम क्षेत्र में 1 अगस्त को रेलवे ट्रैक पर मिले शव की पहेली पुलिस ने सुलझा ली है । शव एक फैक्ट्री के कर्मचारी का था। मालिक और उसके बेटे ने शव को हादसा दिखाने के लिए रेलवे ट्रेक के पास फेंका था। कर्मचारी की मौत फैैक्ट्री में हुए विस्फोट के कारण हुई थी।
पुलिस जांच में पता चला कि सांवेर रोड इंडस्ट्रियल एरिया की एक प्लास्टिक फैक्ट्री में 3 दिन पहले ब्लास्ट हुआ था। इसमें युवक ने अपनी जान गंवा दी। फैक्ट्री मालिक डर गया और कर्मचारी की मौत को हादसा दर्शाने के लिए फैक्ट्री मालिक ने बेटे और कर्मचारी की मदद से शव को रेलवे ट्रैक पर फेेंक दिया। जब कर्मचारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें जलने के निशान मिले। इसके बाद पुलिस ने जांच दूसरे एंगल पर शुरू की जिससे मामले का खुलासा हो गया।
बाणगंगा पुलिस के अनुसार मुताबिक प्रद्युमन पाल पिता बल्लू पाल निवासी जगन्नाथ नगर की मौत के फैक्ट्री में हुए विस्फोट के कारण हुई थी। पुलिस ने हादसा छुपाने और शव को फेंकने के मामले में हरीश चौहान पिता नानूराम चौहान निवासी सूरजनगर, विवेक पिता हरीश चौहान और गोपाल पिता तूफान सिंह अहिरवार निवासी ग्राम सुखलिया को गिरफ्तार किया है।
पुलिस को 3 दिन पहले रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा मिला। जिसे पोस्टमार्टम के लिए अरबिंदो अस्पताल भेजा गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि शव पर जलने के निशान है। हादसा मानकर चल रही पुलिस ने जांच दूसरी दिशा की तरफ मोड़ी और मृतक प्रद्युमन की फैक्ट्री तक पहुंची। फैक्ट्री में प्लास्टिक गत्ते बनाए जाते है।
पुलिस को जांच में मशीन पर जले हुए प्लास्टिक के निशान मिले। यह भी पता चला कि प्रेशर ज्यादा होने से मशीन में ब्लास्ट हुआ। इससे मशीन से जलता हुआ। वेस्ट मटेरियल बाहर की तरफ तेजी से निकला था। जिसकी चपेट में कर्मचारी आ गया था।इसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री मालिक हरीश चौहान से सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया।