गुरुवार सुबह करीब छह बजे कच्चे मकान की अचानक छत का गाटर टूट गया। परिवार के सदस्य मलबे में दब गए। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए चीख-पुकार मच गई। शोर-सराबा सुन मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
News jungal desk: करनाल के श्यामगढ़ में कच्ची छत गिरने से परिवार के कई लोग मलबे के नीचे दब गए। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने आनन-फानन में मलबे में दबे परिवार के लोगों को बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ पर उपचार के दौरान पांच साल के बालक की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जबकि दो बेटियों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
ग्रामीणों के अुनसार बुधवार रात को महिला कमलेश अपने बेटे रितिक, बेटी मनीषा और राशी के साथ कमरे में सो रहे थे। गुरुवार सुबह करीब छह बजे कच्चे मकान की अचानक छत का गाटर टूट गया और छत गिर जाने से परिवार के सदस्य मलबे में दब गए। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए वहाँ पर चीख-पुकार मच गई। शोर-सराबा सुन मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। जिनको एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान पांच साल के बालक रिति की मौत हो गई। जबकि दो बच्चों को उपचार चल रहा है। जिनकी हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
सबके चहीते ने छोडा सबका साथ
पांच साल का मासूम रितिक परिवार में सभी का चहेता था। दोनों बहनें रितिक को बहुत लाड-प्यार से रखती थी, मगर किसी को नहीं पता था कि अनहोनी हो जाएगी। मलबे में दबने से मासूम की मौत के बाद परिवार के इकलौते बेटे की मौत हो गई।