पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों के द्वारा दुर्गा प्रतिमाओं को दिन रात एक करके अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही मूर्तिकारों का कहना है कि महंगाई की वजह से इन्हें मूर्तियों की सही कीमत नहीं मिल पाती।
News jungal desk: शारदीय नवरात्रि का पर्व कल से प्रारंभ हो जाएगा जिसे लेकर सभी जगह शक्ति की आराधना के पर्व की तैयारियां जोरो शोरो से शुरु हो गई है। जहां एक ओर शहर और गांवों के चौक चौराहों के पंडालों में देवी प्रतिमाओं को विराजमान किया जा रहा है तो देवी प्रतिमा को लेकर मूर्तिकारों के द्वारा देवी प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मूर्तिकार अब जब एक दिन शेष बचा है तो दिन रात जोड़कर मातारानी की प्रतिमाओं को सजाने संवारने में लगे हुए हैं।
पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों के साथ ही साथ स्थानीय कलाकारों के द्वारा दुर्गा प्रतिमाओं को दिन रात मेहनत करके अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है। वहीं पेण्ड्रा के नया बस स्टैंड में पिछले 30 साल से पश्चिम बंगाल से अपने साथियों के साथ आकर दुर्गा प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों की माने तो वो और उनकी पूरी टीम पिछले पांच महीने से यहां हैं और ये कलाकार मूर्ति को सजाने की सामग्री कपड़े चुनरी से लेकर रंग शस्त्र सभी सामग्री वहीं पश्चिम बंगाल से अपने साथ लाते है और यहां पहुंचने के बाद अच्छी किस्म की मिट्टी जिससे ये मूर्ति बनाते है वो खोजकर मांगते है और देशी बांस पैरा जैसी सामग्री यही खरीदकर मूर्ति बनाने का काम करते है।
वहीं मूर्तिकारों का कहना है कि महंगाई की वजह से इन्हें मूर्तियों की सही कीमत नहीं मिल पाती। और इस साल भी ये जितनी भी देवी प्रतिमा का निर्माण किया है सभी एडवांस आर्डर में किया है कुछ प्रतिमा जरूर ज्यादा बना लेते है। और अब जब एक दिन ही शेष बचा है नवरात्र प्रारंभ होने में तो ये और इनकी पूरी टीम के साथ स्थानीय कलाकार भी रात दिन काम कर देवी प्रतिमाओं को अंतिम स्वरूप देने में जुटे हुए है।
Read also: यूपी सीएम योगी का सख्त आदेश ,धर्मस्थलों से लॉउडस्पीकर हटाए जाएं, DM और SP होंगे जिम्मेदार