पुलिस को दी शिकायत में गांव चिड़िया निवासी दलबीर ने बताया कि गत 8 जुलाई को उसके बड़े भाई रामनिवासी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। इस संबंध में पुलिस ने इत्तफाकिया मौत संबंधी कार्रवाई की थी। अब उन्होंने सीसीटीवी की जांच की तो डॉक्टर की लापारवाही सामने आई।
News jungal desk: चरखी दादरी के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर व 2 अन्य व्यक्तियों की लापरवाही से एक मरीज की मौत हो गई। अब मृतक के भाई ने डॉक्टर, फल विक्रेता व ऑटो चालक पर केस दर्ज कराया है। सिटी थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में गांव चिड़िया निवासी दलबीर ने बताया कि गत 8 जुलाई को उसके बड़े भाई रामनिवासी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। इस संबंध में पुलिस ने इत्तफाकिया मौत संबंधी कार्रवाई की थी। अब उन्होंने सीसीटीवी की जांच की तो डॉक्टर की लापारवाही सामने आई। उसने बताया कि आठ जुलाई को उसका भाई रामनिवास किसी काम से दादरी आया था। जब वह रोहतक चौक के पास पहुंचा तो उसे दिल दौरा पड़ गया। इसके बाद उसे चौक स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
करीब 10 बजे वह अस्पताल में पहुंचा और लगभग आधे घंटे तक अस्पताल में रहा। इस दौरान तबीयत में सुधार न होने पर डॉक्टर ने उसे एक ऑटो में फल विक्रेता के साथ सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। थोड़ी दूर चलने पर ऑटो चालक व फल विक्रेता उसे एक पेट्रोल पंप के पास रोड पर फेंककर चले गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि सूचना पाकर वे मौके पर पहुंचे और रामनिवास को अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। उसका आरोप है कि डॉक्टर ऑटो के बजाए एंबुलैंस से उसके भाई को अस्पताल में रेफर करता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन डॉक्टर, फल विक्रेता व ऑटो चालक की लापरवाही के कारण उसके भाई की जान गई है। उसने तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
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