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Kanpur: गंगा का बढ़ता पानी बना संकट, दो मकानों का पिछला हिस्सा बहा, कई बार दी जा चुकी है चेतावनी…

मैदानी इलाकों के साथ साथ हरिद्वार और नरौरा डैम से रोजाना कानपुर की तरफ करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते यहाँ का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है।

News jungal desk: कानपुर में गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। जलस्तर बढ़ने पर पुराना कानपुर स्थित सरयू पुरवा में गंगा किनारे बने 2 मकानों का पिछला हिस्सा नदी में बह गया। बीते 12 घंटों में 8 सेमी के करीब जलस्तर बढ़ गया है, जिससे रिहायशी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

गंगा कटरी किनारे सरयू पुरवा में आवास बनाकर रह रहे बाबू लाल ने बताया कि रात में मकान के पीछे के हिस्से में अचानक चटकने की आवाज आई और देखते ही देखते हिस्सा गंगा में समा गया। कोहना थाना पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी टूटे मकानों का निरीक्षण किया।
जिसके बाद यहां आसपास बने मकानों को खाली कराया जा रहा है। लोगों को पास ही बने मन्नी पुरवा के सरकारी स्कूल में रुकवाया गया है। बता दें कि मैदानी इलाकों के साथ हरिद्वार और नरौरा डैम से रोजाना कानपुर की तरफ करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है।

कानपुर गंगा बैराज में बढ़ता हुआ जलस्तर
गंगा बैराज के अपस्ट्रीम – 113.52 मीटर
डाउस्ट्रीम में – 113.30 मीटर
नरौरा बांध से पानी छोड़ा गया – 1,62,120 क्यूसेक
हरिद्वार से पानी छोड़ा गया- 1,37,882 क्यूसेक
गंगा बैराज से छोड़ा गया पानी- 2,84,021 क्यूसेक
शुक्लागंज में जलस्तर- 112.10 मीटर

कई बार चेतावनी दी जा चुकी है, लेकिन ये लोग गंगा के किनारे अवैध तरीके से रह रहे हैं। उनको स्कूल परिसर में शिफ्ट करा दिया गया है। जल्द ही उन्हें आवास भी दिलाया जाएगा। -रितेश कुमार, तहसीलदार, सदर

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