मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों पर सेना की ड्रोन और हेलिकॉप्टरों के जरिये कड़ी नजर

मणिपुर में सेना ड्रोन और हेलिकॉप्टरों के जरिये कड़ी हवाई निगरानी रख रही है. हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित चुराचांदपुर जिले में भी कर्फ्यू में ढील दी गई. अब तक मणिपुर में 23,000 लोगों को बचाया जा चुका है. सेना और असम राइफल्स के जवानों ने कई जगह फ्लैग मार्च किया है. इसके बावजूद माहौल में तनाव है. मणिपुर में 10,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. राज्य सरकार ने कहा कि हालात में सुधार को देखते हुए कर्फ्यू में धीरे-धीरे छूट दी जाएगी ।

News Jungal Desk : मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों पर सेना ड्रोन और हेलिकॉप्टरों के जरिये कड़ी नजर रख रही है । और पिछले हफ्ते हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित चुराचांदपुर जिले में भी कर्फ्यू में ढील दी गई. ये जिला जातीय हिंसा का केंद्र बन गया था । और जिसमें अब तक कम से कम 30 लोग मारे गए हैं और 500 से अधिक घर जल गए हैं. । और हिंसा प्रभावित इलाकों से अब तक 23,000 लोगों को बचाया जा चुका है । और हालात को सामान्य बनाने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया और आम जनजीवन कुछ हद तक सामान्य होने लगा है। लेकिन माहौल में तनाव साफ देखा जा रहा है ।

सूत्रों के मुताबिक हिंसाग्रस्त राज्य में लगभग 10,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है । और जो 3 मई से उबाल पर है । राज्य सरकार ने घोषणा करी है कि हालात में सुधार और सेना की ज्यादा तैनाती के साथ सोमवार को 11 जिलों में कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी जाएगी । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्विटर पर बोला कि ‘चुराचंदपुर जिले में कानून-व्यवस्था की हालत में सुधार होने के साथ और राज्य सरकार और विभिन्न हितधारकों के बीच बातचीत के बाद, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कर्फ्यू में धीरे-धीरे आंशिक रूप से छूट दी जाएगी ।

इन जगहों पर कर्फ्यू में ढील
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक इंफाल पूर्वी और इंफाल पश्चिमी जिलों में सुबह 5 बजे से सुबह 8 बजे तक, थौबल, कांगपोकपी और काकचिंग में दोपहर 1 बजे से दोपहर 3 बजे तक, जिरीबाम में सुबह 5 से 10 बजे तक, बिष्णुपुर में सुबह 8 बजे से सुबह 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। और फिरजावल में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक, चंदेल में सुबह 6 बजे से 10 बजे तक और फिर दोपहर 1 बजे से दोपहर 3 बजे तक और चुराचांदपुर और टेंग्नौपाल में सुबह 7 से 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील मिलेगी ।

सुरक्षा बलों ने किया फ्लैग मार्च
बयान में आगे बोला गया कि सरकार पूरे राज्य में अपने घरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे है हिंसा से प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित मार्ग की सुविधा भी दे रही है । हिंसा से प्रभावित लोगों और परिवारों को भोजन और रहने की जगह देने के लिए प्रभावित जिलों में राहत शिविर भी खोले गए हैं । रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल एम रावत ने कहा कि चुराचांदपुर में सुबह सात बजे से 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई क्योंकि किसी बड़ी हिंसा की सूचना नहीं है. इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया. उन्होंने कहा कि ‘सेना हवाई निगरानी, यूएवी और इंफाल घाटी के भीतर सेना के हेलिकॉप्टरों की फिर से तैनाती के जरिये निगरानी के प्रयासों को बढ़ा रही है. सेना और असम राइफल्स ने अब तक 23,000 से अधिक नागरिकों को बचाया है ।

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