कोटा में बच्चों के सुसाइड को रोकने के लिए प्रशासन ने कई तरह की गाइडलाइन जारी की 

कोटा में पिछले 24 घंटे में 2 बच्चों के सुसाइड के बाद अब प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. अब रविवार को छुट्टी होने के साथ बुधवार को हाफ डे रहेगा और आधे दिन फन क्लासेस लगाई जाएगी. अगले 2 महीने तक किसी भी कोचिंग संस्थान में कोई भी टेस्ट नहीं होगा.

News jungal desk : बच्चों  के लिए आत्महत्या का गढ़ बने कोटा जिले में मौत के आंकड़े डराने वाले है । और जिसे देखकर कोई भी माता-पिता अपने बच्चे को यहां पढ़ने भेजने से कतरा सकते है । और आंकड़ों के अनुसार कोटा में पिछले 8 महीने में 23 बच्चों ने आत्महत्या की है, जबकि पिछले 1 महीने में 5 और अब 24 घंटे के अंदर 2 कोचिंग छात्र मौत को गले लगा चुके है । और अब जाकर कोटा का सिस्टम हरकत में आया है, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि अगले 2 महीने तक कोचिंग संस्थानों में किसी तरह के टेस्ट नहीं होंगे । और वहीं स्टूडेंट के स्ट्रेस को रिलीज करने के लिए फन क्लास भी चलेगी । .

कोटा में कोचिंग छात्रों की खुदकुशी के मामले को लेकर प्रमुख शासन सचिव शिक्षा भावनी सिह देथा ने कोचिंग संस्थानों को नई गाइड लाइन की पालन करने के सख्ती से निर्देश दिए है । साथ ही नई गाइड लाइन को लेकर कोटा जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक शहर शरद चौधरी, कोचिंग संस्थानों और हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधिओं से बातचीत कर कई बड़े फैसले लिए है ।

NEET-IIT के कोर्स को किया जाएगा कम
कोटा जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने बताया कि अब रविवार को छुट्टी के साथ बुधवार को भी आधे दिन का अवकाश रहेगा और फन क्लास लगेगी । कोचिंग छात्रों से हर दिन गूगल फॉर्म भरवाया जाएगा । और ताकि छात्रों की मनोदशा को सामने लाया जा सकेगा । साथ ही कोचिंग छात्रों की खुदकुशी के कारणों को जानने के लिए तुरंत प्रभाव से काम करने के आदेश दिए गए है । वहीं मोटीवेटर की क्लास के साथ हर छात्र तक मोटिवेशनल वीडियो पहुंचाया जाएगा और कोचिंग एक्सपर्ट्स से बात कर NEET-IIT के कोर्स को भी कम किया जाएगा ताकि कोचिंग छात्रों में कोर्स से जुड़ा दबाव कम हो सके. अगले 2 महीने तक किसी भी कोचिंग संस्थान में कोई भी टेस्ट नहीं होगा. ऐसे में अगले 2 महीने तक कोचिंग छात्रों में तनाव को बाहर लाने पर काम किया जाएगा ।

कोटा में जल्द खुलेगा स्टूडेंट थाना
कोटा सिटी एसपी शरद चौधरी ने कहा कि पुलिस महकमा अब कोटा में स्टूडेंट थाना खोलने को लेकर प्रस्ताव तैयार कर रहा है ताकि कोचिंग छात्रों से जुड़े हुए मामलों के सामने आने के बाद उन पर एक्शन लिया जा सके, लेकिन बड़ा सवाल यही की अभी जख्म ताजा-ताजा है । और सब अपनी भूमिका की अदायेगी की पेशगी कर रहे, लेकिन वक्त निकलने के बाद हमेशा जमीनी धरातल पर हालात वही ढांक के तीन पात होते हैं. जो भी गाइडलाइन अब तक तैयार की गई है उनकी कभी गंभीरता से पालन हुई ही नहीं ऐसे में बड़ा सवाल यही कि आखिर कोटा में कोचिंग छात्रों की खुदखुशी के मामले कैसे रुकेंगे. इतने छात्रों की खुदकुशी के मामलों में बाद भी कोटा प्रशासन कोचिंग छात्रों की खुदकुशी के मामलों को रोक पाने में नाकाम होता है तो कोचिंग सिटी कोटा से विश्वास उठ जाएगा और कोचिंग छात्रों का पलायन यहां से शुरू हो जाएगा ।

सरकार को भेजा थाना खोलने का प्रस्ताव
पुलिस ने राज्य सरकार को स्टूडेंट थाना खोलने का प्रस्ताव भेजा है, जिसके लिए सिटी एसपी शरद चौधरी ने प्रस्ताव तैयार करवाया है. स्टूडेंट थाने का प्रभार डीएसपी को दिए जाने की भी चर्चा है, जिनके साथ एक इंस्पेक्टर, 3 एसआई, 6 एएसआई, हैडकांस्टेबल और कांस्टेबल सहित 60 लोगों का स्टाफ रहेगा. यह थाना शहर भर में पढ़ने वाले कोटिंग छात्रों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करेगा ।

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