केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को निशाने पर लिया. उन्होंने इशारा किया कि देश की कई समस्याएं कांग्रेस के शासनकाल में पैदा हुईं हैं. किस सरकार ने ‘हिंदी चीनी भाई-भाई’ के नारे के तहत भारत की लगभग 45,000 वर्ग किलोमीटर जमीन खो दी थी?
News jungal desk :- मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में कांग्रेस और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधा है । और उन्होंने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिनकी शुरुआत कांग्रेस के शासनकाल में ही हुई थी । और किस सरकार ने ‘हिंदी चीनी भाई-भाई’ के नारे के तहत भारत की लगभग 45,000 वर्ग किलोमीटर जमीन खो दी थी? और भारतीय जनता इसका जवाब जानना चाहती है । उन्होंने विपक्षी INDIA गठबंधन की बैठक को लेकर कहा कि जिन लोगों के कभी दिल नहीं मिलते थे । और आज वे लोग गले मिल रहे हैं । और सिद्धांत और मूल्य कभी नहीं मिलते थे, आज वह लोग हाथ मिला रहे हैं, गले मिल रहे हैं ।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बोला कि जिन्होंने एक दूसरे पर न केवल कटाक्ष किया, बल्कि एक दूसरे के पीछे सीबीआई लगाई हो, वे अ बएक ही टेबल पर बैठ रहे हैं. इसके पीछे एक ही कारण है, सत्ता की भूख है, कुर्सी का प्यार है । और लेकिन देश की जनता ने बार-बार कह दिया है, उनका विश्वास और प्यार पीएम नरेंद्र मोदी के साथ है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को लेकर कहा कि देश की जनता ने जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में विश्वास व्यक्त व्यक्त किया है, उससे विपक्ष पूरी तरह से विवश हो चुका है ।
देश की कई समस्याएं कांग्रेस के शासनकाल में पैदा हुईं- सिंधिया
सिंधिया ने कहा कि विपक्ष की सोच- विचारधारा देश को बनाने की नहीं है, बल्कि संकीर्ण और विघटनकारी विचारधारा है. देश की कई समस्याएं कांग्रेस के शासनकाल में पैदा हुईं हैं । गौरतलब है कि, ग्वालियर पहुंचने के बाद सिंधिया ने एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों के साथ बैठक की है उन्होंने शहर के विकासकार्यों को लेकर चर्चा करी बैठक में एयरपोर्ट निर्माण, एलिवेटेड रोड, चंबल-वॉटर प्रोजेक्ट कार्यों की समीक्षा भी करी है ।
चुनाव के माहौल में आवागमन चलता रहता है- केंद्रीय मंत्री
बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के पार्टी छोड़ने पर सिंधिया ने बोला कि चुनाव के माहौल में आवागमन चलता रहता है । और चुनाव के 2 महीने पहले त्यागपत्र देना उनकी मंशा बताता है । और मध्य प्रदेश में इतिहास में परिवर्तन एक बार हुआ था, जब मेरी दादी मां ने डीपी मिश्रा की सरकार को सबक सिखाया था. 2020 में कांग्रेस की सरकार ने किसान, नौजवान, महिलाओं से वादाखिलाफी की थी. 15 महीनों की सरकार में भ्रष्टाचार का चरम पर था ।
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