यूपी बोर्ड ने अपने सिलेबस में बड़ा बदलाव किया है. अब 10वीं व 12वीं के छात्रों को वीर सावरकर सहित 50 महापुरुषों के बारे में पढ़ाया जाएगा. पाठ्यक्रम में कई दलित महापुरुषों के नाम भी जोड़े गए हैं.
News Jungal Desk : जिन महापुरुषों की जीवन गाथा छात्रों को पढ़ाई जाएगी उनमें से प्रमुख रूप से पंडित दीनदयाल उपाध्याय, महावीर जैन, पंडित मदन मोहन मालवीय, अरविंद घोष, राजा राममोहन राय Raja Ram Mohan Roy , सरोजनी नायडू, नाना साहब व कई दलित महापुरुषों के नाम शामिल किए गये हैं ।
वहीं, समाजवादी पार्टी ने यूपी बोर्ड के सिलेबस में वीर सावरकर का नाम शामिल किए जाने पर निशाना साधा है. सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने सावरकर को लेकर कहा कि उन्होंनें अग्रेजों से माफी मांगी थी.
उन्होंने कहा वीर सावरकर को पाठ्यक्रम में शामिल करके सरकार ने हजारों क्रांतिकारियों का अपमान किया है. इस फैसले पर सरकार फिर से विचार करे. उन्होंने वीर सावरकर पर मुखबिरी का आरोप लगाया.
एक करोड़ से ज्यादा छात्र छात्राएं पढ़ेंगे महापुरुषों की जीवन गाथा
यूपी बोर्ड के 27 हजार से ज्यादा राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के एक करोड़ से ज्यादा छात्र छात्राएं इन महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ेंगे। कक्षा नौ के छात्र चंद्र शेखर आजाद, बिरसा मुंडा, बेगम हजरत महल, वीर कुंवर सिंह, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, गौतम बुद्ध, ज्योतिबा फुले, छत्रपति शिवाजी,विनायक दामोदर सावरकर, विनोबा भावे, श्रीनिवास रामानुजन और जगदीश चंद्र बोस की जीवन गाथा पढ़ेंगे। कक्षा 10 के छात्र मंगल पांडेय, रोशन सिंह, सुखदेव, लोकमान्य तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, महात्मा गांधी, खुदीराम बोस और स्वामी विवेकानंद की जीवन गाथा पढ़ेंगे।
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