एक ओर जहां पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है वहीं छोटे आक्रामक प्रवृति के वन्यजीव आबादी का रुख कर रहे हैं. आए दिन बाघों व तेंदुए की सक्रियता आबादी में देखी जाती है ।
News jungal desk :– पीलीभीत जिले से बाघों के आतंक की खबरें आपने खूब देखी सुनी होंगी । लेकिन यहां अब अन्य जंगली जानवरों का आतंक भी फैलता जा रहा है । हाल ही में जंगल से निकले सियारों के झुंड ने एक दो नहीं बल्कि 14 लोगों को घायल कर दिया है । आरोप है कि सूचना के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है ।
दरअसल, पीलीभीत जिले का एक तिहाई हिस्सा वन क्षेत्र है. लगभग लगभग हर तहसील क्षेत्र के सैकड़ों गांव जंगलों से सटकर ही बसे हुए हैं । और वहीं पीलीभीत टाइगर रिजर्व का अधिकांश हिस्सा कोर फॉरेस्ट है. ऐसे में जंगल से निकलकर आबादी में वन्यजीवों की चहलकदमी लाजमी है. एक ओर जहां पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है. वहीं छोटे आक्रामक प्रवृति के वन्यजीव आबादी का रुख कर रहे हैं. आए दिन बाघों व तेंदुए की सक्रियता आबादी में देखी जाती है. वहीं सियारों के आबादी में पहुंच कर हमलावर होने के मामले भी बढ़ रहे हैं ।
सियारों के झुंड ने 14 लोगों को किया घायल
ताजा मामला पीलीभीत के जहानाबाद थाना क्षेत्र के अमरगंज गांव का है । और जहां सुबह तकरीबन 5 बजे ग्रामीण अपने घरों से खेतों पर जाने के लिए निकले थे । और इतने में एकाएक सियारों का झुंड इन ग्रामीणों पर हमलावर हो गया था । और इस बार सियारों के हमले में घायलों का आंकड़ा एक दो नहीं बल्कि 14 पहुंच गया है. जो कि जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के साथ ही साथ विभाग के भी लिए चिंता का सबब बन गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना देने के कई घंटो तक वन विभाग ने मामले की कोई सुध नहीं ली. हालांकि दोपहर के बाद वन विभाग की टीम ने घायलों से घटना की पूरी जानकारी ली है ।
घायलों का उपचार कराया गया
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार ने बताया कि सियारों के हमले की बात सामने आई थी. मौके पर टीम भेज कर घायलों का उपचार कराया गया वहीं टीम को निगरानी के निर्देश भी दिए गए हैं ।
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