सरकार ने छूटता जानवरों खासकर नीलगाय और सांड के हमलों को राज्य आपदा की घटनाओं की सूची में शामिल किया है. गौरतलब है कि प्रदेश में छुट्टा पशुओं में नील गाय और सांड के हमले या टक्कर की घटनाएं होने पर ही मुआवजा मिलेगा. इससे पहले योगी सरकार ने नीलगाय और सांड के हमले या टक्कर से होने वाली मौतों पर चार लाख के मुआवजे का ऐलान किया था ।
News jungal desk : प्रदेश की योगी सरकार ने आवारा जानवरों जैसे नीलगाय और सांड की चपेट में आने से घायल या अपंग होने की दशा में मुआवजा देने का ऐलान करा है । साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इस तरह के हमलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और निर्देश के मुताबिक 60 प्रतिशत से अधिक अपंग होने पर 2.50 लाख तक का मुआवजा मिलेगा, और 40 से 60 प्रतिशत तक अपंग होने पर 74 हज़ार का मुआवजा मिलेगा । और 1 हफ्ते से अधिक अवधि तक अस्पताल में भर्ती होने पर 16 हजार का मुआवजा दिया जाएगा ।
दरअसल, सरकार ने छूटता जानवरों खासकर नीलगाय और सांड के हमलों को राज्य आपदा की घटनाओं की सूची में शामिल किया है । और गौरतलब है कि प्रदेश में छुट्टा पशुओं में नील गाय और सांड के हमले या टक्कर की घटनाएं होने पर ही मुआवजा मिलेगा और इससे पहले योगी सरकार ने नीलगाय और सांड के हमले या टक्कर से होने वाली मौतों पर चार लाख के मुआवजे का ऐलान भी किया है ।
उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बोला कि राज्य आपदा घटना के मामले में मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है। और सरकार का यह निर्णय महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस वर्ष हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में विपक्ष ने राज्य में बीजेपी सरकार पर हमला करने के लिए आवारा मवेशियों की समस्याओं का उल्लेख किया था। चुनाव प्रचार के दौरान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य में बीजेपी सरकार पर निशाना साधने के लिए आवारा पशुओं की समस्या को उठाया था। चुनाव प्रचार के दौरान सपा प्रमुख यादव ने अपनी पार्टी की सरकार राज्य में बनने पर सांड की टक्कर में जान गंवाने वाले लोगों के लिए मुआवजे देने की भी घोषणा की थी। उन्नाव में एक रैली के दौरान, उन्होंने अपनी पार्टी की राज्य में सरकार बनाने पर पीड़ित परिवार के लिए पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि की घोषणा की थी।
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