सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव : यूपी उपचुनाव में जहां साइकिल दौड़ी, वहीं कमल भी खिलखिलाया। बस्तियों के लगभग 60 हजार वोटर जीत-हार का फैसला करेंगे। निर्णायक माने जाने वाले मुस्लिम बहुल जीआईसी में इस बार 15 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। सख्ती और हंगामे के बीच दोपहर बाद सपा के वोट तेज बढ़े, जबकि दिनभर भाजपा के बस्तों पर भीड़ रही।
सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव की रिपोर्ट:
कानपुर की सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बुधवार को कुल 48 मतदान केंद्रों के 275 बूथों पर मतदान हुआ। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के 75 बूथों पर 61,787 मतदाताओं में से 34,629 ने वोट डाले, जो कि 56.08 प्रतिशत है। वहीं, हिंदू और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में 1,96,231 मतदाताओं में से 95,502 ने वोट डाले, जिससे मतदान का प्रतिशत 48.66 रहा।
बस्तियों का वोट भी इस में शामिल है, जहां करीब 60 हजार मतदाता हैं। इन मतदाताओं का रुख जिस पार्टी की ओर होगा, वही जीत हासिल करेगी। अनुमान है कि हार-जीत का अंतर 5 से 10 हजार वोट के बीच होगा।
विधानसभा क्षेत्र के सबसे चर्चित मतदान केंद्र, राजकीय इंटर कॉलेज, में कुल 26 बूथ बनाए गए थे, जो पूरे क्षेत्र में सबसे अधिक हैं। आमतौर पर यह मुस्लिम मतदाताओं का गढ़ माना जाता है, लेकिन यहां इस बार केवल 41.15 प्रतिशत वोट पड़े। कम मतदान की एक प्रमुख वजह बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती और दोनों पार्टियों के बीच हंगामे का होना था, जिससे मतदाता घरों से कम निकले।
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मतदान के अन्य क्षेत्रीय आंकड़े:
- चमनगंज के सात बूथों पर 64 से 74 प्रतिशत मतदान हुआ।
- हिंदू बहुल क्षेत्रों में कुछ बूथों पर 70 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जैसे कम्युनिटी सेंटर इलेक्ट्रिक मार्केट, नेहरू नगर (70.03%) और प्राइमरी विद्यालय नेहरूनगर (67.97%)।
चुनाव में सामने आए तीन विवाद:
- मतदान प्रतिशत पर प्रभाव: पुलिस की सख्ती के कारण कई स्थानों पर विवाद उत्पन्न हुए। सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक केवल 49.13 प्रतिशत मतदान हुआ।
- बैरिकेडिंग की समस्या: मतदान के दौरान ट्रैफिक और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई मतदान केंद्रों से दूर बैरिकेडिंग लगाई गई, जिससे मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई हुई।
- मतदाता सूची की समस्या: कई मतदान केंद्रों पर लोगों ने शिकायत की कि उनके नाम मतदाता सूची में नहीं थे, जबकि उनके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम शामिल थे। यह समस्या पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में नहीं आई थी।
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चुनाव के टर्निंग प्वाइंट:
- भाजपा प्रत्याशी पर पथराव: जब यह खबर फैली कि भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी के वाहन पर सपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया, तो आलसी मतदाता मतदान के लिए बाहर निकले।
- दरोगाओं का निलंबन: सपा मुखिया अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद दो दरोगाओं के निलंबन की खबर आई। इससे बैरिकेडिंग और पुलिस की सख्ती में ढील हुई, जिससे मतदाता बड़ी संख्या में मतदान करने निकले।
सीसामऊ विस में मतदान प्रतिशत का तुलनात्मक विश्लेषण:
समय | 2024 | 2022 |
---|---|---|
9 बजे | 5.73% | 3.05% |
11 बजे | 15.91% | 18.54% |
1 बजे | 28.53% | 30.52% |
3 बजे | 40.29% | 43.40% |
5 बजे | 49.03% | 53.65% |
फाइनल | 49.13% | 57.15% |
इस उपचुनाव में मतदान की स्थिति और विवादों ने चुनावी माहौल को काफी प्रभावित किया है।