Krishna Janmashtami 2024: "क्या है कृष्ण जन्माष्टमी का असली कारण? जानिए इस पर्व की छुपी हुई कहानी"

कृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की आष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इस बार यह शुभ अवसर 28 अगस्त, 2024, दिन सोमवार को मनाया जा रहा है।

पुराणों के अनुसार , भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार माने जाते है और इसी के चलते कृष्ण के आशीर्वाद और कृपा को पाने के लिए हर साल भक्त इस दिन व्रत रखते हैं, मध्य रात्रि में विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं। भजन कीर्तन करते हैं और जन्मोत्सव मनाते हैं।

बाल गोपाल की जन्म मध्य रात्रि में हुआ था। इसलिए जन्माष्टमी की तिथि की मध्यरात्रि को घर में मौजूद लड्डू गोपाल की प्रतिमा का जन्म कराया जाता है। फिर विधि अनुसार उन्हें गंगाजल, दूध, दही आदि स्नान कराकर सुंदर वस्त्र पहनाएं जाते हैं। इसके बाद भगवान को फूल अर्पित कर धूप-दीप से वंदन किया जाता है।

देश की कुछ जगहों पर जन्माष्टमी के दिन दही हांडी का भी आयोजन किया जाता है। आपको बता दें की गुजरात और महाराष्ट्र में दही हांडी का विशेष महत्व है। दही हांडी का इतिहास बहुत अनोखा है। बालपन में कान्हा बहुत शरारती थे। जिसकी बजह से वह पूरे गांव में प्रसिद्ध थे। कान्हा को माखन, दही और दूध बहुत प्रिय था।