भारत के रहस्यमयी मंदिर, जहां पर घटती हैं अविश्वसनीय घटनाएं, जानकर हो जायेंगे हैरान
भारत के रहस्यमयी मंदिर, जहां पर घटती हैं अविश्वसनीय घटनाएं, जानकर हो जायेंगे हैरान
असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर भारत के सबसे रहस्यमयी और शक्तिशाली मंदिरों में से एक माना जाता है। असम के गुवाहाटी शहर में स्थित इस मंदिर में माँ कामाख्या की पूजा की जाती है । यहाँ माँ कामाख्या को उनके मासिक धर्म के दौरान पूजा जाता है जो कि भारतीय संस्कृति में एक चौका देने वाली बात है।
असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर भारत के सबसे रहस्यमयी और शक्तिशाली मंदिरों में से एक माना जाता है। असम के गुवाहाटी शहर में स्थित इस मंदिर में माँ कामाख्या की पूजा की जाती है । यहाँ माँ कामाख्या को उनके मासिक धर्म के दौरान पूजा जाता है जो कि भारतीय संस्कृति में एक चौका देने वाली बात है।
आंध्र प्रदेश कुरनूल जिले में स्थित इस मंदिर को भक्तों द्वारा बेहद श्रद्धा से पूजा जाता है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर की खाश बात यह है की यहाँ की नंदी की मूर्ति अपने आप बढ़ती जाती है। यहाँ के नंदी की मूर्ति का आकार हर साल थोड़ा थोड़ा बढ़ता है।
आंध्र प्रदेश कुरनूल जिले में स्थित इस मंदिर को भक्तों द्वारा बेहद श्रद्धा से पूजा जाता है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर की खाश बात यह है की यहाँ की नंदी की मूर्ति अपने आप बढ़ती जाती है। यहाँ के नंदी की मूर्ति का आकार हर साल थोड़ा थोड़ा बढ़ता है।
तमिलनाडु में स्थित ये मंदिर देवी कामाक्षी को समर्पित है, जो माँ पार्वती का ही एक रूप मानी जाती है। ये मंदिर कांचीपुरम में स्थित है और इसे दक्षिण भारत का सबसे महत्वपूर्ण शक्तिपीठ भी माना जाता है।
तमिलनाडु में स्थित ये मंदिर देवी कामाक्षी को समर्पित है, जो माँ पार्वती का ही एक रूप मानी जाती है। ये मंदिर कांचीपुरम में स्थित है और इसे दक्षिण भारत का सबसे महत्वपूर्ण शक्तिपीठ भी माना जाता है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित यह मंदिर देवी ज्वाला को समर्पित है। यह मंदिर अपनी हमेशा जलती रहने वाली अनोखी ज्योति के लिए जाना जाता है, जो सदियों से बिना तेल और बाती के सदियों से जलती आ रही है। इस मंदिर में बिना किसी ईंधन के नौ स्थानों पर जोतियां जलती है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित यह मंदिर देवी ज्वाला को समर्पित है। यह मंदिर अपनी हमेशा जलती रहने वाली अनोखी ज्योति के लिए जाना जाता है, जो सदियों से बिना तेल और बाती के सदियों से जलती आ रही है। इस मंदिर में बिना किसी ईंधन के नौ स्थानों पर जोतियां जलती है।
मध्यप्रदेश उज्जैन में स्थित यह मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है, शिवजी के रुद्र अवतार माने जाते हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ भगवान भैरव को शराब चढ़ाई जाती है। इस मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य है कि यहाँ भगवान भैरव को चढ़ाई गई शराब कुछ देर बाद गायब हो जाती है।
मध्यप्रदेश उज्जैन में स्थित यह मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है, शिवजी के रुद्र अवतार माने जाते हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ भगवान भैरव को शराब चढ़ाई जाती है। इस मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य है कि यहाँ भगवान भैरव को चढ़ाई गई शराब कुछ देर बाद गायब हो जाती है।