Vishwakarma Puja 2024 : जानें क्यों मनायी जाती है विश्वकर्मा पूजा, क्या है इसकी विधि और शुभ मुहूर्त ?

सनातन धर्म में किसी भी निर्माण कार्य से पहले भगवान विश्वकर्मा की पूजा (Vishwakarma Jayanti 2024) की जाती है | उन्हें इस सृष्टि का सबसे पहला इंजीनियर, शिल्पकार और वास्तुकार माना गया है |

हर साल भाद्रपद माह में सूर्यदेव के कन्या राशि में गोचर करने की तिथि को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है | इसी वजह से यह कभी 17 सितंबर के बजाए एक दिन पहले या बाद में भी पड़ जाती है |

विश्वकर्मा पूजन के लिए सबसे शुभ मुहूर्त 16 सितंबर को सुबह 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगा | इसके अलावा 16 सितंबर (Vishwakarma puja kab hai) को एक और शुभ योग यानी रवि योग का भी निर्माण हो रहा है |

विश्वकर्मा पूजा में चरणामृत अनिवार्य है इसीलिए विधिवत पूजा-अर्चना के बाद ही भगवान विश्वकर्मा को चरणामृत का भोग अवश्य लगाएं |